अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी एक्ट) के भारत बंद के दौरान हुए संघर्ष के बाद कुछ संगठनों ने जातिगत आरक्षण के विरोध में सोशल मीडिया पर आज बंद का आह्वान किया है।
इसे देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्रालय की ओर से सभी राज्य सरकारों से किसी तरह की हिंसा और जानमाल के नुकसान से बचने के लिए विशेष रूप से सतर्क रहने को कहा गया है।
उन जगहों पर जहां 2 अप्रैल को हुए भारत बंद में हिंसा भड़की थी प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक चौबंद की है।
बता दें कि सुरक्षा की दृष्टि से मध्यप्रदेश के भोपाल में धारा 144 लागू की गई है। हालांकि यहां पर सभी स्कूल खुले रहेंगे लेकिन सुरक्षा के लिहाज से 6 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
LIVE अपडेट्स:
# बिहार में जातिगत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 127 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
# आरक्षण के खिलाफ भारत बंद का हाजीपुर में असर, केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के साथ की गई बदसलूकी।
# बिहार के आरा में प्रदर्शन के दौरान दो गुटों में हुई झड़प।
# राजस्थान के झालावाड़ जिले में भारत बंद के मौके पर प्रदर्शनकारियों ने निकाली बाइक रैली।
Rajasthan: Markets in Jhalawar shut during protests against caste-based reservations, protesters held a bike-rally. pic.twitter.com/PFSGDYKzgA
— ANI (@ANI) April 10, 2018
# जातिगत आरक्षण के विरोध में प्रदर्शन के दौरान बिहार के आरा में दो गुटों में झड़प, गोली चलने की आवाजें सुनाई दीं।
#WATCH: Clash between two groups in Bihar's Arrah during protests against caste-based reservations, gunshots heard. pic.twitter.com/s0RUA4KP2B
— ANI (@ANI) April 10, 2018
# मध्यप्रदेश के भिंड और मुरैना जिले में लगाया गया कर्फ्यू।
Protests against caste-based reservations: Curfew imposed in Bhind and Morena. (Visuals from Morena) #MadhyaPradesh pic.twitter.com/Tg4Kink7Wu
— ANI (@ANI) April 10, 2018
# बिहार के आरा जिले में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन रोक कर किया प्रदर्शन।
Protests against caste-based reservations in jobs and education: Visuals from Bihar's Arrah where protesters have stopped a train pic.twitter.com/N6wePxP0tQ
— ANI (@ANI) April 10, 2018
बता दें कि मंत्रालय ने खासतौर से राज्य सरकारों को जिला मजिस्ट्रेट और जिला पुलिस प्रमुखों को उनके अधिकार क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार बनाए जाने के लिए कहा है।
राज्यों को सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने और जरूरत पड़ने पर निषेधाज्ञा जारी करने सहित किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए उचित व्यवस्था करने की सलाह दी गई है।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि किसी तरह के जान माल के नुकसान को रोकने के लिए राज्यों को सभी संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद राजस्थान और मध्यप्रदेश के कई इलाक़े में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। बता दें कि 2 अप्रैल को हुए आंदोलन में मध्यप्रदेश के कई इलाकों में हिंसा भड़की थी जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई थी।
सायबर सेल को भी सभी सोशल प्लेटफॉर्म पर नज़र बनाए रखने को कहा गया है। इतना ही नहीं अगर किसी व्यक्ति द्वारा कोई भड़काऊ पोस्ट फैलाने का मामला सामने आता हो तो उनपर कार्रवाई के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।