संसद के मानसून सत्र का आज (शुक्रवार) पांचवा दिन है। विपक्ष सरकार को घेरने के लिए किसान, कथित गोरक्षकों की हिंसा, कश्मीर, चीन जैसे मसले की लंबी फेहरिस्त तैयार कर रखी है। ऐसे में संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही पिछले चार दिनों में रुक-रुक कर ही चल रही है।
गुरुवार को लोकसभा में विपक्षी दलों ने किसानों के मुद्दों को लेकर जोरदार हंगामा किया, जिसके कारण अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करने के बाद अंतत: दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों के सदस्य किसानों के मुद्दों और केरल में एक बीजेपी नेता द्वारा एक निजी कॉलेज को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता दिलाने के ऐवज में रिश्वत लिए जाने से संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स समेत कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन करते रहे, जिसके कारण अध्यक्ष ने कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
सरकार ने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस को किसानों के हालात से कोई लेना-देना नहीं है। वे केवल घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।
वहीं राज्यसभा में गुरुवार को कथित गोरक्षकों की हिंसा का मसला उठा। गतिरोध तोड़ने के लिए गुरुवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि हमारी सरकार इस तरह की घटनाओं को लेकर शुरुआत से ही काफी गंभीर है। इसलिए विपक्ष इस तरह के मुद्दे को राजनीतिक रंग न दे। राज्यसभा में गुरुवार को चीन के मसले पर भी सरकार ने बयान दिया।
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Source : News Nation Bureau