भारतीय रेलवे में यात्रियों को परोसे जाने वाले खाने को लेकर बार-बार चेताया जा रहा है। इसके बावजूद लगता है भारतीय रेलवे इससे कोई सीख नहीं ले रहा।
मंगलवार को कोलकाता से दिल्ली आ रही ट्रेन पूर्वा एक्सप्रेस के एक यात्री को खाना में छिपकली मिली थी। जिसके बाद यात्री ने ट्विटर के ज़रिए रेल मंत्री से इस बारे में शिकायत की।
पूर्वा एक्सप्रेस के इस यात्री ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु से इसकी शिकायत करते हुए खाने में छिपकली पाए जाने वाली तस्वीर उनके ट्विटर अकाउंट पर साझा की है।
Chandauli (UP): Lizard found in food served to a passenger on-board Poorva Express; passenger had complained to Railway Minister on Twitter pic.twitter.com/J7jv4s25j7
— ANI UP (@ANINewsUP) July 26, 2017
इस घटना पर बुधवार को दानापुर डिविजनल रेलवे मैनेजर (DRM) किशोर कुमार ने कहा, 'दानापुर डिविज़न में यात्री का चेक-अप कराया गया था, साथ ही दवाई भी दी गई। इस मामले की जांच हो रही है, रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।'
A check-up was done in Danapur Division&he was given medicine. Action will be taken after investigation: Kishor Kumar, DRM Danapur Division pic.twitter.com/H4Xt0hSgY0
— ANI UP (@ANINewsUP) July 26, 2017
वहीं यात्री का कहना है, 'मैने मोकामा जंक्शन में खाना ऑर्डर किया था। इस बारे में टीटीई, कैंटीन मैनेजर और रेल मंत्रालय (ट्विटर के ज़रिए) से भी शिकायत की। मुझे दवाई बहुत देर के बाद दी गई थी।'
Ordered food in Mokama&found this. Complained to TTE&canteen manager, tweeted to Railway Min. Was given the medicine really late: Passenger pic.twitter.com/pS7OKIZ5kb
— ANI UP (@ANINewsUP) July 26, 2017
बता दें कि हाल ही में कम्पट्रोलर ऑडिटर जनरल (CAG) की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि भारतीय रेलवे में यात्रियों को परोसे जाने वाला खाना इंसानों के खाने लायक नहीं है।
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ऑडिट रिपोर्ट में लिखा है, 'पेय पदार्थों को तैयार करने के लिए नल से सीधे अशुद्ध पानी लेकर इस्तेमाल किया जा रहा था। कूड़ेदान ढके नहीं हुए थे और उनकी नियमित अंतराल पर सफाई नहीं हो रही थी। खाने की चीजों को मक्खी, कीड़ों और धूल से बचाने के लिए उन्हें ढककर नहीं रखा जा रहा था। इसके अलावा, ट्रेनों में चूहे, कॉकरोच पाए गए।'
रेलवे की कैटरिंग सर्विस पर आई यह सीएजी की ऑडिट रिपोर्ट संसद में भी पेश की जाने वाली है।
इसके अलावा इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि डब्बाबंद और बोतलबंद चीजें भी एक्सपायरी डेट निकल जाने के बावजूद भी बेची जा रही है और यात्री अनजाने में इन चीज़ों को खा रहे हैं। यही नहीं, CAG की रिपोर्ट बताती है कि अनाधिकृत ब्रांड की पानी की बोतलें भी धड़ल्ले से रेलवे स्टेशनों और रेल में बेची जा रही हैं।
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Source : News Nation Bureau