LK Advani Bharat Ratna: 96 साल की उम्र में भारत के बड़े नेता लालकृष्ण अडवाणी को भारत रत्न मिल रहा है. उन्होने अपनी अद्वितीय व्यक्तित्व, संघर्षशीलता, और प्रतिबद्धता के माध्यम से एक प्रमुख नेता के रूप में अपनी पहचान बनायी. लालकृष्ण अडवाणी भारतीय राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक प्रमुख नेता और राजनीतिज्ञ थे. उन्होंने 1927 में गुजरात के कराची जिले में जन्म लिया था. उनकी विचारधारा हमेशा संवैधानिकता, राष्ट्रवाद, और हिंदू-मुस्लिम एकता पर थी. वह अपने लंबे राजनीतिक करियर में बहुत सारे महत्वपूर्ण पद रहे. उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया. अडवाणी ने अपने उद्धारणीय योगदान के लिए भारतीय समाज के लिए एक सामाजिक और राजनीतिक संघर्ष किया.
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संघर्षशील चरित्र: अडवाणी का जीवन संघर्षशील चरित्र से भरपूर था. उन्होंने अपने धैर्य, समर्थता, और परिश्रम से हर समस्या का सामना किया और अपनी मंजिल को हासिल करने के लिए परिश्रम किया.
कर्मठता और प्रतिबद्धता: अडवाणी ने अपनी कर्मठता और प्रतिबद्धता से नेतृत्व का मार्ग चुना. उन्होंने हमेशा अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत की और संघर्ष किया.
सामर्थ्य और दूरदृष्टि: अडवाणी का सामर्थ्य और दूरदृष्टि नेतृत्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया. उनकी संवेदनशीलता और विचारशीलता ने उन्हें राजनीतिक विचारधारा और कार्यक्रमों के नेता के रूप में समर्थ बनाया.
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जनहित में लगाव: अडवाणी ने अपने जीवन को लोगों की सेवा में समर्पित किया. उनकी नेतृत्व में आयोजित की गई विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम जनहित में साबित हुए.
सांघातिक विचारधारा: अडवाणी की सांघातिक विचारधारा ने उन्हें जनता के दिलों में स्थान बनाने में मदद की. उनके विचार और मिशन ने लोगों को उनके साथ जुड़ने के लिए प्रेरित किया.
इन सभी कारकों के साथ, लालकृष्ण अडवाणी ने अपने स्वयं के विशेष धर्म, निष्ठा, और उत्साह के माध्यम से एक प्रमुख नेता के रूप में उभरा.
Source : News Nation Bureau