बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने शनिवार को उन्हें दिए गए भारत रत्न पुरस्कार पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि, यह न केवल एक व्यक्ति के रूप में उनके लिए, बल्कि उन आदर्शों और सिद्धांतों के लिए भी सम्मान है, जिन पर वे कायम रहे. जारी किए गए एक आधिकारिक बयान में आडवाणी ने लिखा, "अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता के साथ, मैं 'भारत रत्न' स्वीकार करता हूं जो आज मुझे दिया गया है. यह न केवल एक व्यक्ति के रूप में मेरे लिए सम्मान है, बल्कि उन आदर्शों और सिद्धांतों का भी सम्मान है जो मुझे अपनी पूरी क्षमता से जीवन भर सेवा करनी है..."
उन्होंने कहा कि, “जब से मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में उसके स्वयंसेवक के रूप में शामिल हुआ हूं… मैंने केवल एक ही चीज़ में इनाम मांगा है - जीवन ने मुझे जो भी कार्य सौंपा है, उसमें अपने प्यारे देश की समर्पित और निस्वार्थ सेवा में...''
गौरतलब है कि, शनिवार को, भाजपा के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया. आडवाणी ने 1990 के दशक की शुरुआत में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की वकालत करते हुए अपनी रथ यात्रा के माध्यम से पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
भाजपा नेता और देश के प्रधान मंत्री मोदी ने आडवाणी को दिए गए पुरस्कार के बारे में बात करते हुए कहा, “मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि, श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. मैंने उनसे बात भी की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी.“
मालूम हो कि, पीएम मोदी ने आडवाणी के लिए सम्मान की घोषणा के दौरान भारत के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, और उन्हें देश के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक बताया.
पीएम मोदी ने कहा कि, “हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान स्मारकीय है. उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है. उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई...''
Source : News Nation Bureau