प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक करके कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देश में पैदा हुए हालात पर चर्चा की. कोरोना वायरस (Corona Virus) को फैलने से रोकने के लिए देश में 25 मार्च से बंद लागू है. प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ यह चौथी वीडियो कॉन्फ्रेंस है. सरकार के सूत्रों ने रविवार को संकेत दिए थे कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों के बीच महामारी से निपटने के तरीकों पर चर्चा के अलावा, लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने पर भी बातचीत हो सकती है.
यह भी पढ़ें : दिल्ली के इसी 6 मंजिला मरकज से लोगों में जहर घोलता था मोहम्मद साद, हुआ बड़ा खुृलासा
प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को ट्वीट किया कि मोदी और मुख्यमंत्री कोविड-19 के हालात से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अपने मासिक ‘मन की बात’ रेडियो संबोधन में कहा था कि देश एक युद्ध के बीच में है. उन्होंने जोर दिया कि लोगों को सावधान रहने और सावधानी बरतने की जरूरत है. मोदी ने सावधानी बरतने पर जोर ऐसे समय दिया है जब केंद्र सरकार और राज्य आर्थिक गतिविधियों को फिर से बहाल करने के लिए लॉकडाउन मानदंडों में छूट दे रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे अति आत्मविश्वासी नहीं होने का आग्रह करता हूं. आपको अपने अति-उत्साह में यह नहीं सोचना चाहिए कि यदि कोरोना वायरस अभी तक आपके शहर, गांव, सड़क या कार्यालय तक नहीं पहुंचा है, तो यह अब नहीं पहुंचेगा. कभी भी ऐसी गलती न करें. दुनिया का अनुभव हमें इस संबंध में बहुत कुछ बताता है.’’
यह भी पढ़ें : दिल्ली के इसी 6 मंजिला मरकज से लोगों में जहर घोलता था मोहम्मद साद, हुआ बड़ा खुृलासा
केंद्र और राज्य सरकारें आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और लोगों को राहत प्रदान करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों को क्रमिक छूट दे रही हैं. हालांकि कुछ राज्य लॉकडाउन को तीन मई के बाद भी जारी रखने के इच्छुक हैं ताकि यह यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोरोना वायरस के मामले नियंत्रण में रहें.
Source : News Nation Bureau