संसद भवन परिसर में लोकसभा सचिवालय द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन भाषा सीखने के कार्यक्रम के साथ मंगलवार से सांसद, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) के विधायक, अधिकारी और उनके परिवार शामिल हो सकेंगे. यह भारतीय और विदेशी भाषा सीखने का पाठ्यक्रम संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल 22 भारतीय भाषाओं के साथ-साथ छह विदेशी भाषाओं फ्रेंच, जर्मन, जापानी, रूसी, पुर्तगाली और स्पेनिश को कवर करेगा. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को संसद सदस्यों, राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों के विधायकों, अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए इस भाषा सीखने के कार्यक्रम की डिजिटल माध्यम से शुरुआत की. इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भाषा लोगों और संस्कृतियों को साथ जोड़ता है. लोकतंत्र को एक दूसरे के अच्छे अनुभवों का लाभ उठाना चाहिए और भाषा सीखनी चाहिए.
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उन्होंने कहा कि विदेशी भाषा की जानकारी से लोकतंत्र को एक दूसरे के करीब लाने और दुनिया भर में संसदीय लोकतंत्र को मजबूत बनाने में मदद मिलती है. इसके अलावा, लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भाषा सीखने से पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा मिलता है. बिरला ने आगे कहा कि भारत में समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और बहुलतावाद यहां बोली जाने वाली अनेक भाषाओं में जीवंत स्वरूप में है. पंचायतों से लेकर संसद तक के जनप्रतिनिधियों की क्षमता निर्माण पर जोर देते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें अधिक से अधिक भाषाएं सीखने का आह्वान किया. उन्होंने पंचायत से संसद तक लोगों के प्रतिनिधित्व को मजबूत बनाने पर जोर दिया. बिरला ने लोगों से कम से कम एक भारतीय एवं एक विदेशी भाषाएं सीखने पर भी जोर दिया. फ्रांस, जर्मनी, जापान, पुर्तगाल, रूस और स्पेन के राजदूत इस वर्चुअल उद्घाटन सत्र में शामिल हुए और लोकसभा की पहल की सराहना की.
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HIGHLIGHTS
- लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भाषा लोगों और संस्कृतियों को साथ जोड़ता है
- लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भाषा सीखने से पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा मिलता है
- लोकतंत्र को एक दूसरे के अच्छे अनुभवों का लाभ उठाना चाहिए और भाषा सीखनी चाहिए
Source : IANS