ब्रिटेन में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की टिप्पणी को लेकर लगातार चौथे दिन संसद (Parliament) के दोनों सदनों में हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही मुश्किल से तीन मिनट चली और राज्यसभा में भी कामकाज ठप रहा. राहुल के लोकसभा में दोपहर को आगमन पर चंद भाजपा सांसदों ने 'आ गया! आ गया!' के नारे लगाए. इस कारण दोपहर 2 बजे फिर से सदन को शुरू होने के एक मिनट के भीतर स्थगित कर दिया गया. स्पीकर (Lok Sabha Speaker) की कुर्सी पर विराजमान किरीट सोलंकी ने सदस्यों से आग्रह किया कि यदि वे बहस चाहते हैं तो वे बैठ जाएं और नारेबाजी बंद कर दें, लेकिन विपक्ष और सत्ता पक्ष ने नारेबाजी जारी रखी. इसके चलते सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया.
आरोप-प्रत्यारोपों की भेंट चढ़ी संसद
सुबह के सत्र में सदन की कार्यवाही महज दो मिनट ही चली थी. कार्यवाही शुरू होते ही तृणमूल कांग्रेस के सदस्य अपने मुंह को काली पट्टी से ढके हुए सदन के कुएं में एकत्र हो गए. स्पीकर ओम बिरला ने सदस्यों से सदन को चलने देने का आग्रह किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. इसी तरह का दृश्य राज्यसभा में देखने को मिला जब भाजपा ने राहुल की लंदन टिप्पणी के लिए माफी मांगने पर जोर दिया. इसके उलट विपक्षी सदस्यों ने एलआईसी और एसबीआई जैसे संस्थानों के माध्यम से अडानी समूह में सार्वजनिक धन के निवेश की संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग की.
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बजाय चर्चा के हंगामा ही है बरपा
इसके बाद जब दोपहर में सदन फिर से शुरू हुआ, तब तक कई सदस्य वेल में जमा हो चुके थे. उपसभापति हरिवंश ने सदस्यों को अपने-अपने स्थान पर लौटने और कार्यवाही जारी रखने के लिए कहा. सदस्यों के चिल्लाने पर उन्होंने सदन को कुछ समय के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दिया. इससे पहले दिन में तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने यह कहते हुए नारेबाजी की कि उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है और उन्होंने विरोध के तौर पर काला मास्क पहन रखा था.
HIGHLIGHTS
- संसद पर राहुल गांधी और अडानी पर रार है जारी
- गुरुवार को भी महज 3 मिनट चला लोस का काम
- टीएमसी ने भी कहा सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा