संसद के शीतकालीन सत्र के मद्देनजर लोकसभा में कार्यवाही चल ही रही थी, जिसका LIVE कवरेज चल रहा था. तभी विजिटर गैलरी से दो अज्ञात शख्स, गैस के गोले लेकर बीच सदन कूद पड़े. उन्हें मेज़ों पर कूदते-हंगामा मचाते देखा जा रहा था. दो अज्ञात शख्स की इस हैरतअंगेज करतूत से, सदन में जबरदस्त हंगामा मच गया. सभी सांसदों को फौरन सदन से बाहर निकाला गया. सदन की कार्यवाही स्थगित होने के साथ ही, मामले की फौरन तफ्तीश शुरू की गई. इस मामल में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का भी बयान सामने आया है, ऐसे में चलिए जानते हैं कि कब-कब, क्या-क्या हुआ...
गौरतलब है कि पूरे मामले से जुड़ी तमाम तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसके मुताबिक विजिटर गैलरी सदन में कूदे दोनों युवकों के पास गैस के गोले मौजूद थे, जिससे पूरा सदन पीले धुएं की गर्द में समा गया था. हालांकि इससे पहले की दोनों कुछ अत्यंत गंभीर वारदात को अंजाम देते, लोकसभा सदस्यों तथा वॉच एंड वॉर्ड स्टाफ़ द्वारा दोनों युवकों को दबोच लिया गया. मालूम चला है कि घटना संसद में शून्यकाल के दौरान हुई थी.
जानें कब-कैसे-क्या हुआ?
- तकरीबन 1 बजे, जब लोकसभा की LIVE कार्यवाही चल रही थी, दो शख्स विजिटर गैलरी से अचानक सदन के बीच कूद जाते हैं. उनमें से एक शख्स, जूता निकालता नजर आता है फिर उसमें से कुछ निकालने की कोशिश करता है.
- तकरीबन दो मिनट के भीतर, दोनों युवक संसद में कनस्तर निकालते हैं, जिसमें से पीला धुआं निकल रहा था. वे कुर्सी की ओर भागने की कोशिश कर रहे थे. साथ ही कुछ नारे लगा रहे थे. ये देख संसद में अफरा तफरी मच जाती है. तभी कुछ सांसद मिलकर दोनों युवकों को पकड़ लेते हैं, फौरन सुरक्षाकर्मियी भी मौके पर पहुंच जाते हैं.
- दोनों युवकों को दबोच लिया जाता है और उन्हें संसद से बाहर निकाला जाता है. वहीं पुलिस संसद के बाहर एक पुरुष और एक महिला को और हिरासत में लिया जाता है, जो पीले रंग का धुआं छोड़ने वाले डिब्बा हाथ में विरोध कर रहे थे.
- इस घटना के बाद दोपहर 2 बजे तक संसद की कार्रवाही स्थगित कर दी जाती है. इसके बाद 2 बजे के करीब फिर संसद शुरू होती है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बयान देते हैं कि, कुछ देर पहले हुई घटना की गहन जांच की जा रही है. इससे जुड़े दिल्ली पुलिस को भी आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं. बिरला ने कहा कि ये यह सिर्फ धुआं था और धुएं के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है.
मामले की गहराई में हो तफ्तीश...
बता दें कि अमरोहा के सांसद कुंवर दानिश अली के अनुसार, दोनों युवकों को सांसद प्रताप सिम्हा के कार्यालय द्वारा पास जारी किया गया था. वहीं एक और अन्य कांग्रेस सांसद कार्ती चिदम्बरम ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कहा कि, घटना की शुरुआत में उन्हें ऐसा लगा जैसे दर्शक दीर्घा से कोई नीचे आ गिरा हो, हालांकि तभी दूसरा शख्स भी नीचे सदन में कूद गया तभी मालूम चला कि ये एक सुरक्षा चूक है. चिदम्बरम ने मामले की गहराई से जांच करने की मांग भी की है.
वहीं समाजवादी पार्टी की सांसद डिम्पल यादव भी इस घटना की चश्मदीद रही, उन्होंने बताया कि, सदन में आने वाले लोग यहां टैग कैरी नहीं करते, लिहाजा सरकार को इस ओर पूरा ध्यान देना चाहिए. उन्होंने इसे सुरक्षा चूक करार देते हुए कहा कि, लोकसभा के भीतर कुछ भी हो सकता था...
दो अन्य को लिया हिरासत में...
वहीं इस मामले में पुलिस का बयान भी सामने आया है, उनके अनुसार दबोचे गए दो युवकों के अलावा भी एक पुरुष और एक महिला पीले रंग का धुआं छोड़ने वाला डिब्बा हाथ में लिया संसद भवन के बाहर विरोध करने नजर आए थे, जिन्हें फौरन हिरासत में ले लिया गया है. पुलिस ने दोनों की पहचान 42 साल की नीलम और 25 साल के अमोल शिंदे के तौर पर की गई है. वहीं मामले में आगे की तफ्तीश लगातार जारी है...
Source : News Nation Bureau