लोकसभा सत्र खत्म होने के बाद शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें उन्होंने बताया कि लोकसभा सत्र का कार्यवाही बहुत ही सकारात्मक रही. सभी ज्वलंत मुद्दों पर संसद में उपस्थित सांसदों ने कई ज्वलंत मुद्दों पर प्रश्न उठाए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने बताया कि लोकसभा सत्र 130 और 14 मिनट तक चला. इस दौरान मीडिया ने लोकसभा कार्यवाही को बेहतरीन कवरेज दिया. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि मैं मीडिया की भूमिका की सराहना करता हूं. उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा की कार्यवाही तय समय से भी ज्यादा 28 घंटे और 45 मिनट तक चली इस दौरान 14 महत्वपूर्ण विधेयक पास हुए और प्रश्नकाल के दौरान सभी सांसदों ने अपने-अपने सवाल उठाए. शून्यकाल में भी सभी सदस्यों को मौका मिला इस दौरा कुल 934 मामले उठाए गए.
लोकसभा अध्यक्ष ने आगे बताया कि हमने इस बार एक नया प्रयोग किया जो सांसद सवाल पूछते हैं उनको उनका नया वीडियो भेजा ताकि वो इसे अपने पास रख सकें इसके अलावा टेलीफोन के माध्यम से सभी सांसदों को पहले से इस बात की जानकारी भेज दी जाती थी कि आज आपका प्रश्नकाल है और सदन में कौन सा बिल आने वाला है. लोकसभा अध्यक्ष ने आगे बताया कि आज मुझे खुशी है की दूसरे देश के सांसद हमारे यहां प्रशिक्षण लेने के लिए आते हैं. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि आगामी 18, 19 और 20 दिसंबर को सभी राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष का एक कार्यक्रम देहरादून में होगा जहां हम बातचीत करेंगे.
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लोकसभा अध्यक्ष ने बताया बातचीत करते हुए मीडिया से कहा कि सदन सबका है और यह सबकी मर्जी से चलता है इसके अलावा हम साल 2022 में नए संसद भवन का निर्माण करेंगे. लोकसभा की कार्यवाही के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि जिन सांसदों ने जो मुद्दा उठाया है उससे जुड़े मुद्दों को उनसे जुड़ी कमेटी को भेज दिया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि सांसदों की कैंटीन को मिलने वाली सब्सिडी को भी खत्म कर दिया गया, ऐसा लगता था की ये सिर्फ सांसदों के लिए थी. उन्होंने यह भी बताया कि अब बिल इंट्रोड्यूस होने से 48 घंटे पहले बिल की कॉपी मेंबर्स को मिल जानी चाहिये.
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उन्होंने बताया कि जितना विधाई कार्य होता है उतने समय तक संसद बैठती है साथ ही यह भी बताया कि पिछले 1858 से लोकसभा में होने वाली हर ऐतिहासिक स्पीच को डिजिटल किया जाएगा. लोकसभा टीवी और राज्य सभा के मर्जर पर उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया उन्होंने कहा की ये सदन का आंतरिक मामला है. संसद भवन की नई बिल्डिंग के स्थान चिन्हित कर लिया गया है और 2022 तक नए संसद भवन का निर्माण हो जाएगा.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो