गुजरात दौरे के आख़िरी दिन अपने पैतृक गांव वडनगर पहुंचे पीएम मोदी ने अपने बचपन और पुराने मित्रों को याद करते हुए रैली में आए तमाम लोगों का धन्यवाद किया। उन्होंने अपनी मिट्टी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि वो आज जो कुछ भी हैं वो यहां मिले संस्कारों की वजह से हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने जो कुछ भी जीवन में पाया है, वह वडनगर की वजह से ही पाया है। उन्होंने कहा, 'जिस तरह से इस इलाके के लोगों ने खासकर वडनगर के लोगों ने मुझे प्यार दिया है। अपने प्यार से भिगो दिया है। मैं आज सर झुकाकरके आपको नमन करता हूं, इस धरती को नमन करता हूं। सार्वजनिक जीवन में इतने वर्षों के बावजूद भी इतना प्यार, इतना दुलार ये अपने आप में हृदय को छूने वाली घटना है। आज मैं जो कुछ भी हूं इसी मिट्टी के संस्कारों के कारण हूं। इसी मिट्टी में खेला हूं, आपही के बीच में पला बढ़ा हूं।'
मोदी ने अपने स्कूल का दौरा भी किया, जहां घुटनों पर बैठकर उन्होंने मिट्टी को माथे पर लगाया। उन्होंने हाटकेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।
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इससे पहले प्रधानमंत्री ने जनरल केएम करिअप्पा के एक भाषण का जिक्र करते हुए कहा, 'एक बार भारत की सेना के अध्यक्ष जनरल करिअप्पा कर्नाटक के अपने गांव में गए थे तब उन्होंने एक भाषण किया था। उन्होंने कहा था कि वह सेना के मुखिया थे, दुनिया में कही भी जाते थे उनका भव्य सम्मान होता था। लेकिन जब वह गांव गए तो उन्होंने कहा कि दुनिया में मुझे बहुत स्वागत और सम्मान मिला है। लाखों सिपाहियों ने सलाम किया है। लेकिन अपने गांव में, अपने घर में जब स्वागत-सम्मान होता है तो उसकी अनुभूति कुछ और होती है।'
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अंदाज में पुराने दोस्तों को याद किया। उन्होंने कहा, 'आज जब मैं हाटेश्वर महादेव का दर्शन करने जा रहा था तो रास्ते भर में पूरा नगर आशीर्वाद देने के लिए उमड़ पड़ा था। हर उम्र के लोग मौजूद थे। बहुत परिचित चेहरे मेरे सामने से गुजर रहे थे, बचपन की यादें ताजा हो गईं। मैंने आज बहुत पुराने दोस्तों को देखा। कुछ के अब दांत नहीं बचे हैं। कुछ पुराने दोस्तों को देखा, हाथ में लकड़ी लेकर चल रहे हैं। उन सारी पुरानी स्मृतियों को मैंने आज भली-भांति देखा, हृदय को अपार खुशी मिली। आज में अपने गांव की मिट्टी से नई ऊर्जा लेकर जा रहा हूं। मैं पहले से ज्यादा पुरुषार्थ और मेहनत करूंगा। आपने जो मुझे समझाया, दिनोंदिन सिर ऊंचा करता रहूं, प्रयास में कमी नहीं रखूंगा।'
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प्रधानमंत्री ने वडनगर की ऐतिहासिकता का जिक्र करते हुए कहा कि ढाई हजार सालों से यह जीवित रहा है, कभी मृतप्राय नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जब वह पहली बार मुख्यमंत्री बने तो पुरातत्व विभाग को वडनगर में खुदाई करने का आदेश दिया। तब कुछ लोगों ने उनके इस फैसले पर सवाल उठाया। लेकिन खुदाई से वडनगर की प्राचीनता के बारे में जानकारी मिली।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'मेरी चीन यात्रा पर चीन के राष्ट्रपति मुझे अपने गांव ले गए। उन्होंने बताया कि मशहूर चीनी यात्री ह्वेनसांग भारत में वडनगर में रुके थे और चीन लौटने पर वह चिनफिंग के गांव में रुके थे। चीनी राष्ट्रपति ने मुझे ह्वेनसांग के हाथ से लिखे नोट को दिखाया। वडनगर पहले आनंदपुर नाम से जाना जाता था जिसका वर्णन ह्वेनसांग ने किया था।'
प्रधानमंत्री ने बताया कि वडनगर में बौद्ध भिक्षुओं ने शिक्षा-दीक्षा हासिल की थी और आने वाले समय में यह पर्यटन का बड़ा केंद्र बनेगा।
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पीएम मोदी ने कहा कि रक्तदान, नेत्रदान, श्रमदान से भी बढ़कर बच्चों के टीकाकरण का अभियान है। अगर आप बच्चों का टीकाकरण करवाते हैं तो इससे उसके उज्ज्वल भविष्य की बुनियाद पड़ती है। पीएम मोदी ने लोगों से सरकार के 'इंद्रधनुष' कार्यक्रम के बच्चों के तहत टीकाकरण के लिए पूरे जोर-शोर से आगे आने का आह्वान किया।
उन्होंन कहा, हमने दिल के मरीजों के लिए स्टंट की कीमतों में कटौती की। दवाओं की कीमतें कम करने के लिए हमने जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा दिया। देश के डॉक्टरों से अपील की थी कि अगर आप गाइनिकॉलोजिस्ट हैं तो हर महीने की 9 तारीख के लिए गरीब प्रसूता मां के लिए मेडिकल चेकअप का काम मुफ्त करेंगे। मुझे खुशी है कि पिछले एक साल में करीब 80-85 लाख गरीब प्रसूताओं को डॉक्टरों ने मुफ्त में दवा दी।
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इससे पहले पीएम मोदी ने रविवार को वडनगर में एक मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया और अपने स्कूल का दौरा भी किया। इस बारे में बत करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'स्वास्थ्य की गारंटी सफाई पर आधारित होती है। अगर स्वच्छता है तो बीमारी आने की हिम्मत नहीं करती है। वडनगर में मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण का अवसर मिला। पुरानी सरकारों के दौर में ऐसी व्यवस्था बन गई थी कि मेडिकल कॉलेजों में बहुत कम छात्र जा पाते थे। हमने नए मेडिकल कॉलेज खोले हैं और नई सीटों का ऐलान किया है। इससे देश में डॉक्टरों की कमी की भरपाई होगी।'
बता दें कि साल 2014 में प्रधानंमत्री बनने के बाद मोदी पहली बार वडनगर पहुंचे थे।
मोदी ने 600 करोड़ रुपये की लागत से बने जीएमईआरएस मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया और कक्षा में चिकित्सा छात्रों से संवाद भी किया। यह अस्पताल उत्तरी गुजरात और दक्षिणी राजस्थान के लाखों मरीजों के उपचार के लिए बनाया गया है।
Source : News Nation Bureau