लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को सदन में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को नसीहत देते हुए कहा कि ट्विटर पर जाकर स्पीकर पर आरोप नहीं लगाने चाहिए. बिरला ने बिना नाम लिए यह नसीहत दी कि बतौर लोक सभा अध्यक्ष वे सभी सांसदों को सदन में बोलने का मौका देते हैं लेकिन कुछ सदस्य बड़ी ही तेजी से ट्विटर पर लिखकर यह आरोप लगा देते हैं कि वे (लोक सभा अध्यक्ष) सदन में बोलने का मौका नहीं देते हैं. बिरला ने हिदायत देते हुए कहा कि सांसदों को ट्विटर पर जाकर स्पीकर पर इस तरह के आरोप नहीं लगाने चाहिए.
दरअसल, गुरुवार को लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा को नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से एक सवाल पूछने का मौका दिया और अपना सवाल पूछने के बाद जैसे ही महुआ मोइत्रा बैठी तो सिंधिया को जवाब देने के बीच में ही रोकते हुए बिरला ने बिना नाम लिए यह ट्विटर वाली हिदायत दे डाली. इसके बाद सिंधिया ने अपना जवाब दिया.
दरअसल, इसी वर्ष बजट सत्र के दौरान फरवरी में महुआ मोइत्रा ने बोलने का मौका नहीं देने को लेकर कई तरह के आरोप पीठासीन अधिकारी पर लगाए थे और इसी तरह की बातें उन्होंने ट्विटर पर ही लिख दी थी.
उसी सत्र के दौरान महुआ मोइत्रा के व्यवहार पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए बिरला ने सदन के अंदर कड़ा रुख दिखाते हुए कहा था कि सदन के अंदर और बाहर अध्यक्षपीठ पर टिप्पणी करना सदन की गरिमा और मयार्दा का उल्लंघन है. उन्होंने कहा था कि सदन के अंदर या बाहर, मीडिया या सोशल मीडिया पर अध्यक्ष के आसन पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए.
लेकिन ऐसा लगता है कि महुआ मोइत्रा का वह व्यवहार आज तक लोक सभा अध्यक्ष को याद है इसलिए उन्होंने गुरुवार को मोइत्रा को सवाल पूछने का मौका देने के तुरंत बाद यह ट्विटर वाली नसीहत भी दे दी.
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Source : IANS