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विवेक तिवारी हत्याकांड: पीड़ित परिवार ने सीएम योगी से की मुलाक़ात

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार तड़के प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी, एप्पल के एक सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की राज्य पुलिस के सिपाहियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

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Deepak Kumar
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विवेक तिवारी हत्याकांड: पीड़ित परिवार ने सीएम योगी से की मुलाक़ात

पीड़ित परिवार के लोगों ने सीएम योगी से की मुलाक़ात (फाइल फोटो)

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विवेक तिवारी हत्याकांड मामले में आज पीड़ित परिवार के लोगों ने सीएम योगी के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की. इस दौरान उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी वहां मौजूद थे. बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार तड़के प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी, एप्पल के एक सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की राज्य पुलिस के सिपाहियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जरूरत पड़ी तो पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाएगी.

इससे पहले रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. विवेक तिवारी की पत्नी और परिजनों से मिलने के बाद डिप्टी सीएम मौर्य ने कहा, सरकार इस घटना पर दुख व्यक्त करती है. हम परिवार के साथ खड़े हैं और भविष्य ऐसी कोई घटना दुबारा न हो उसके लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं.

इसके साथ ही केशव प्रसाद मौर्य ने विवेक तिवारी के परिजनों को यह भी भरोसा दिलाया कि इसके लिए जो भी जिम्मेदार हैं उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी.

मृतक के परिजनों ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.

गोरखपुर में पत्रकारों से बातचीत में योगी ने कहा, 'लखनऊ में कोई एनकाउंटर नहीं हुआ है. पूरे मामले के संबंध में डीजीपी को निर्देश दिया गया है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.'

राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश सिंह ने विवेक हत्याकांड को लेकर स्वीकार किया कि पुलिसकर्मियों ने कानून हाथ में लिया है.

उन्होंने कहा, 'दोनों पुलिसकर्मियों ने गलती की है. इसीलिए उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें जेल भेजा जाएगा.'

डीजीपी ने यह भी कहा कि शाम तक दोनों सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया जाएगा. इस बीच, मृतक विवेक तिवारी के परिजनों ने मुख्यमंत्री से मिलने की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया है.

तिवारी की पत्नी ने कहा है कि वह खुद मुख्यमंत्री योगी से मिलना चाहती हैं. उन्होंने कहा, 'यूपी की पुलिस इस तरह किसी की हत्या कैसे कर सकती है.'

उन्होंने कहा कि जबतक मुख्यमंत्री मिलने नहीं आएंगे, तबतक विवेक तिवारी का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा. परिजनों ने एक करोड़ रुपये मुआवजा और विवेक तिवारी की पत्नी को सरकारी नौकरी दिए जाने और पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.

गौरतलब है कि लखनऊ के गोमती नगर इलाके में शनिवार तड़के 1.30 बजे मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास दो सिपाहियों ने एसयूवी में सवार 'एप्पल' के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी. गोली लगते ही तिवारी का संतुलन बिगड़ गया और उनका वाहन डिवाइडर से टकरा गया. सिर पर गोली लगने के कारण विवेक की मौके पर ही मौत हो गई. यह देखते ही दोनों आरोपी सिपाही मौके से भाग निकले.

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दूसरे पुलिसकर्मियों ने विवेक को अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. हादसे के वक्त विवेक तिवारी के साथ रहीं सना की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर गोलीबारी करने वाले सिपाहियों प्रशांत कुमार और संदीप को गिरफ्तार कर लिया है.

Source : News Nation Bureau

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