लखनऊ में बनेगा मदर मिल्क बैंक, कामकाजी महिलाओं के लिए होगा वरदान

लखनऊ में प्रदेश का पहला मदर मिल्क बैंक राजधानी के 'एसपीजीआई' या 'केजीएमयू' में स्थापित होगा।

author-image
ruchika sharma
एडिट
New Update
लखनऊ में बनेगा मदर मिल्क बैंक, कामकाजी महिलाओं के लिए होगा वरदान

मदर मिल्क बैंक (फाइल फोटो)

Advertisment

मां का दूध नवजात शिशुओं को बीमारियों से दूर रखने में मददगार होता है लेकिन देश में कुछ नवजात शिशुओं को मां का दूध नसीब नहीं होता। भारत में अब भी 10 में से 4 बच्चों को मां का पहला दूध नहीं मिल पाता। जन्म के एक घंटे के अंदर मिलने वाला मां का दूध बच्चे को बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है लेकिन प्रदेश में सिर्फ 25.2 फीसदी बच्चों को ही ये नसीब होता है जो कि चिंताजनक है। 1 से 7 अगस्त तक 'विश्व स्तनपान सप्ताह' में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

लखनऊ में  प्रदेश का पहला मदर मिल्क बैंक राजधानी के 'एसपीजीआई' या 'केजीएमयू' में स्थापित होगा। इसे दिल्ली के कलावती सरन हॉस्पिटल में बने मदर मिल्क बैंक की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन इस ओर काम कर रहा है।

और पढ़ें: राहुल गांधी की किसान पॉलिटिक्स, लखनऊ में NHAI अधिकारियों से की मुलाकात

शिशु मृत्यु दर घटाने और कामकाजी महिलाओं के लिए या मिल्क बैंक एक वरदान साबित होगा। मिल्क बैंक कामकाजी महिलाओं के लिए फायदेमंद है क्यूंकि मां बच्चों के लिए मिल्क बैंक में अपना दूध सुरक्षित रखवा सकेंगी।

इस बैंक में मां के दूध को -20 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर 3 महीने से अधिक समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है।

और पढ़ें: 'अय्याश' लश्कर कमांडर अबु दुजाना ढेर, महिलाओं के लिए बन गया था खतरा

Source : News Nation Bureau

Milk Death Rate Infant mother bank
Advertisment
Advertisment
Advertisment