चेन्नई के करोड़ों रुपए के गुटखा घोटाला मामले में सीबीआई छापेमारी कर रही है। सीबीआई ने तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री विजय भास्कर, डीजीपी टीके राजेंद्रन और अन्य बड़े अधिकारियों के घर रेड मारी। जिसपर राजनीति तेज हो गई है। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) और लोकसभा उपाध्यक्ष एम थंबी दुरै ने आरोप लगाया कि यह छापेमारी एमके स्टालिन के इशारों पर किया गया था।
उन्होंने कहा, 'छापेमारी (गुटका स्कैम) उसी दिन आयोजित किया गया जिस दिन एमके अलागिरी की रैली होने वाली थी। स्टालिन की मदद के लिए यह छापेमारी की गई ताकि रैली को ज्यादा तव्वजो नहीं मिल पाए। यह क्या शो करता है?'
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बता दें कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बुधवार को गुटखा घोटाला मामले में तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सी विजयभास्कर और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) टी के राजेंद्रन के आवास सहित 40 स्थानों पर छापेमारी की। सीबीआई के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। डीजीपी के अलावा स्वास्थ्य मंत्री सी विजयभास्कर, पूर्व महानिदेशक एस जॉर्ज सहित कई अन्य पुलिसकर्मियों के घर पर भी छापेमारी की गई है। छापेमारी तमिलनाडु में पान मसाला और गुटखा निमार्ताओं के गोदामों, कार्यालयों और आवासों में भी मारे गए।
मई के अंत में सीबीआई ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत 26 अप्रैल को महाराष्ट्र उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देश के आधार पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क, तमिलनाडु सरकार, खाद्य सुरक्षा विभाग के अज्ञात अधिकारियों, सरकारी कर्मचारियों और निजी व्यक्तियों के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ घोटाले में मामला दर्ज किया था।
8 जुलाई, 2017 को आयकर अधिकारियों द्वारा तमिलनाडु में एक पान मसाला और गुटखा निमार्ता पर छापा मारे जाने के बाद यह घोटाला सामने आया था। जो 250 करोड़ रुपये के कर चोरी के आरोपों का सामना कर रहा है। 2013 में तमिलनाडु सरकार ने गुटखा और पान मसाला और तंबाकू जैसे उत्पादों के निर्माण, भंडारण और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था।
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Source : News Nation Bureau