मध्यप्रदेश सरकार ने भारत रत्नीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में उदयीमान कवि, पत्रकारिता और सुशासन के क्षेत्र में पांच-पांच लाख रुपए के तीन पुरस्कार राष्ट्रीय स्तर पर हर साल देने की घोषणा की है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वाजपेयी की जीवनी अगले शिक्षा सत्र से प्रदेश के स्कूली पाठ्यक्रमों में शामिल करने का भी ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया, 'अटल जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। उदयीमान कवि, पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान देने वाले पत्रकार और सुशासन के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले अधिकारी को राष्ट्रीय स्तर पर हर साल पांच-पांच लाख रुपये के पुरस्कार से सम्मानित करने का फैसला किया है।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में बन रहे विश्वस्तरीय हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम वाजपेयी के नाम पर करने के लिये राज्य सरकार रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर आग्रह करेगी। प्रदेश में श्रमोदय विद्यालय का नाम भी अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया जायेगा।
बता दें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद गुरूवार को निधन हो गया। कट्टर पार्टी के उदारवादी चेहरे वाजपेयी ने 1990 में पहली बार पार्टी को सत्ता तक पहुंचाने में सफलता हासिल की थी। स्वास्थ्य संबंधी समस्या की वजह से लगभग एक दशक से सार्वजनिक जीवन से दूर 93 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री 11 जून से अस्पताल में भर्ती थे।
Source : News Nation Bureau