मध्यप्रदेश के छोटे से शहर नीमच की रहने वाली आंचल गंगवाल ने अपनी लगन और प्रतिभा से सभी को गौरवान्वित किया है। आंचल के पिता चाय की छोटी सी दुकान चलाते हैं।
मध्यप्रदेश की रहने वाली आंचल आल इंडिया लेवल पर आयोजित एयरफोर्स फाइटर पायलेट के लिए प्रदेश में चुनी गई एक मात्र महिला है।
आंचल ने फाइटर पायलट बन आकाश में उड़ान भरने के सपने को सच कर दिखाया गया है। आंचल का चयन एयरफोर्स की फ्लाइंग ब्रांच में हुआ है।
आंचल ने कहा, 'मैं उत्तराखंड में आई बाढ़ के बाद वह सेना के कामों से खासी प्रभावित हुईं थीं।' इसके बाद आंचल ने सेना में शामिल होने की तैयारी शुरू कर दी थी।
आंचल ने कहा, 'मेरे लिए एयर फाॅर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट को पास करना आसान नहीं था।'
आंचल ट्रेनिंग पूरी करने के बाद देश के लिए लड़ाकू विमान उड़ाएंगी। 30 जून को आंचल अपनी ट्रेनिंग के लिए जाएंगी।
आंचल के पिता सुरेश गंगवाल ने अपनी बेटी के सपनों को पूरा करने में कोई कसार नहीं छोड़ी। आंचल के पिता नीमच बस स्टैंड पर चाय की दुकान चलाते हैं।
सुरेश गंगवाल ने कहा, 'सभी मेरे दुकान को नामदेव टी स्टाल के नाम से जानते है। मुझे बहुत ख़ुशी होती है जब लोग आकर मुझे बधाई देते है।'
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सुरेश ने कभी भी अपनी आर्थिक स्थिति को आंचल के सपनों के आड़े नहीं आने दिया
उन्होंने कहा, 'मैंने आंचल की कोचिंग क्लास के लिए लोन लिया था।'
आंचल मंदसौर में लेबर इंस्पेक्टर के तौर पर कार्यकर्त है। अब आंचल लेबर इंस्पेक्टर की नौकरी छोड़ सेना में जाएंगी।
आंचल के पिता सुरेश गंगवाल चाय की दुकान चलाते हैं।
गौरतलब है कि सिर्फ 22 पदों के लिए होने वाले कॉमन एडमिशन टेस्ट में देशभर से करीब 6 लाख युवा शामिल हुए। चुने गए 22 परीक्षार्थियों में 5 लड़कियां हैं।
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Source : News Nation Bureau