Mafia Mukhtar Ansari Death: यूपी के माफिया मुख्तार अंसारी के डर और रसूख का अंत हो चुका है. आपको बता दें कि बंदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मौत हो चूकी है. मुख्तार की मौत गुरुवार 28 मार्च को हार्ट अटैक की वजह से हो गई. उसकी रसूख और पावर का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि सरकार किसी भी पार्टी की हो उसकी खातिरदारी में कभी कोई कमी नहीं होती थी. मुख्तार अंसारी का दबदबा न सिर्फ यूपी में बल्कि पंजाब में भी था. उसकी एक आवाज पर सभी काम पूरे होते थे. जब चाहे जहां चाहे वो अपनी इच्छा अनुसार बिना किसी रोकटोक के आ जा सकता है. उसके सामने तो जेलर भी पानी भरता था.
आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी एक प्रोपर्टी डीलर से रंगदारी मांगने का आरोप लगा था. जिसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज किया था. इसी केस के सिलसिले में माफिया मुख्तार पंजाब की रोपड़ जेल में बंद रहा था. आपको बता दें कि यूपी में योगी की सरकार आने के बाद वो पंजाब से यूपी के किसी जेल में नहीं रहना चाहता था. उसे अपनी एनकाउंटर होने का डर सता रहा था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने साल 2021 में यूपी सरकार की याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्तार को पंजाब के रोपड़ जेल से यूपी के बांदा जेल में भेजन का आदेश दिया था.
अवैध संपत्ति बनाई
आपको बता दें कि पंजाब की रोपड़ जेल में बंद रहने के दौरान काफी गैर कानूनी काम किए. इतना ही नहीं यहां से बैठे-बैठे ही गैरकानूनी तरीके से संपत्ति भी बनाए. इस काम के लिए उसने एक जाली कंपनी विकास कंस्ट्रक्शन भी बनाया जिसके नाम पर सभी गलत काम किए. हालांकि ईडी ने अपनी जांच 20 करोड़ से अधिक की गैर कानूनी संपत्ति की जानकारी जुटाई. इतना ही नहीं विकास कंस्ट्रक्शन को चलाने की जिम्मेदारी मुख्तार की पत्नी अफशा अंसारी और उसके साले आतिफ अंसारी के जिम्मे आ गया. दोनों ने मिलकर लोगों को झूठा वादा कर सिर्फ पेपर पर काम दिखाया और उसी के नाम पर पैसे बनाए. फिर उस पैसे का इस्तेमाल जमीन, मकान और मौज मस्ती के लिए किया गाया.
रोपड़ जेल में रसूख
जेल से ईडी की टीम ने जांच के दौरान मऊ और गाजीपुर में 6 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की. मीडिया खबरों की माने तो माफिया मुख्तार रोपड़ जेल में रहकर ही अपनी अलग सरकार चलाता था. यहां रहते हुए अपनी गैंग तक अपनी बात पहुंचाता था. जिसके बाद ही किसी काम को अंजाम दिया जाता था. उसके इस काम में हरियाणा और पंजाब के कई बड़े लोग साथ दे रहे थे. मीडिया की माने तो इस काम पूर्व मंत्री भी मुख्तार का सपोर्ट कर रहे थे.
Source : News Nation Bureau