Magh Mela 2024: मकर संक्राति के साथ ही माघ मेला की शुरुआत हो चुकी है. ये मेला उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज में होती है. आज के दिन गंगा जी में डूबकी लगाने का अलग ही महत्तव है. आज के दिन हजारों लोग कड़ाके की ठंड के बीच डूबकी लगा रहे हैं. लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है. आपको बता दे कि ये माघ मेला पूरे 53 दिनों तक चलेगा. इसको लेकर पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था टाईट कर दिया गया है. इस मेले को देखने के लिए दुनिया भर से लोग आते हैं. हिंदू मान्यताओं के अनुसार संगम में स्नान करने का अलग ही महत्व है.
आखरी स्नान 8 मार्च
माघ मेला हर साल लगता है. इसकी शुरुआत 15 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर से शुरू होता है. वहीं ये महाशिवरात्रि के साथ ही खत्म होता है. इस बीच पांच बार मुहर्त स्नान होते हैं. पहला स्नान 15 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर. दूसरा स्नान 25 जनवरी गुरुवार को पौष पूर्णिमा के दिन. तीसरा माघ मेला स्नान 9 फरवरी शुक्रवार के दिन मौनी अमावस्या के दिन होगा. चौथा माघ स्नान 14 फरवरी बुधवार बसंत पंचमी के दिन होगा. पांचवा स्नान 24 फरवरी शनिवार को माघ पूर्णमा के अवसर पर होगा. वहीं छठा और आखरी स्नान 8 मार्च शुक्रवार के दिन महाशिवरात्रि के अवसर पर होगा.
5 हजार पुलिसबल
इस कार्यक्रम को लेकर यूपी पुलिस की ओर से खास तैयारी की गई है. यहां कि सुरक्षा और किसी भी प्रकार अप्रिय घटना से निपटने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल को तैनात कर दिया गया है. माल मेले की सुरक्षा के बारे में जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव नारायण मिश्रा ने कहा कि पारा मिलिट्री फोर्स की कंपनियां सहित कुल 5 हजार सैनिकों की तैनाती की गई है. संगम पर लगने वाले इस मेले को किले में बदल दिया गया है. माना जा रहा है कि मकर संक्रांति के दिन लगभग 70 लाख श्रद्धालु संगम में आस्था की डूबकी लगाएंगे.
राहत बचाव टीम तैनात
जानकारी के अनुसार पहले स्नान के लिए प्रयाराज में 22 घाट तैयार किए गए हैं. इसके अलावा दो नाव घाट भी बनाया गया है. श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए सभी घाटों के आसपास के एरिया ऊबड़-खाबड़ जमीन को बराबर कर दिया गया है. इसके साथ ही वहां राहत और बचाव टीम को भी तैनात किया गया है.
2800 बसें चल रहीं
इस कार्यक्रम को लेकर यूपी प्रशासन की ओर से भी खास तैयारी की गई है. यूपी कि विभिन्न जगहों से प्रयागराज के लिए यूपी रोडवेज की 2800 बसें चल रही हैं. इसके अलावा 1000 एडिशनल बसों को चालाने का प्लान बनाया है. इतना ही नहीं 200 बसें रिजर्व में रहेंगी जो जरूरत पड़ने पर इनको सड़क पर उतारा जाएगा.
Source : News Nation Bureau