फिल्म 'महाकाल नगरी' का मोशन पोस्टर रिलीज होते ही चर्चा का विषय बन गया है. लोगों इसका मोशन पोस्टर खूब पंसद आ रहा है. डायरेक्टर और राइटर संजीव कुमार ने अपने फिल्म में दिखाया है कि देश में एक सनानती साधु कैसे आतंकवाद फैलाने और देशद्रोही का कार्य करने वाले लोगों का अंत करता है और अपने पैरों तले उन आतंकियों को कुचलता है? एक तरफ लोग इस फिल्म के मोशन पोस्टर की प्रशंसा कर रहे हैं तो दूसरी तरफ कुछ लोग इस पर उंगली भी उठा रहे हैं.
इस पर फिल्म के लेखक और निर्देशक संजीव कुमार राजपूत ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए फिल्म बनाने के पीछे का मकसद बताया है. उनका कहना है कि आतंक और आतंकियों का कोई भी मजहब नहीं होता है. जब कोई इंसान हाथों में हथियार उठाकर इंसानियत की हत्या करता है और देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हो जाता है तो ऐसे व्यक्ति की पहचान उसके कुकर्मों से होने लगती है. ऐसे में 'महाकाल नगरी' के मोशन पोस्टर को किसी धर्म या समुदाय से जोड़कर देखना न तो सहीं है और न ही विवादों में घसीटना उचित है.
आपको बता दें कि इस फिल्म की स्टोरी एक ऐसी व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसके पिता इंडियन आर्मी के अफसर हैं और उसका बेटा भी सेना में भर्ती हो जाता है, लेकिन वह सोचता है कि क्यों न सनातन धर्म की राह पर चले, जिससे देश के साथ-साथ धर्म की भी सेवा कर सकेंगे. इसी लक्ष्य से पिक्चर का नायक सनातन धर्म की सेवा के साथ ही देश सेवा करने का भी संकल्प लेता है और आतंकवाद का खत्म करने की ठान लेता है.
राध्या फिल्म प्रोडक्शन और बृजवासी फिल्म्स की प्रस्तुति 'महाकाल नगरी' में अंकित राज, कमलेश सावंत, शाजी चौधरी, सन्नी ठाकुर, काजल चौहान, अखिलेंद्र मिश्रा, हिमांशु श्रीवास्तव और राया लबीब जैसे कलाकार अपनी भूमिका निभाते नजर आएंगे.
Source : News Nation Bureau