बिहार विधानसभा चुनाव-2020 को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल जनता दल (युनाइटेड) ने अपने कोटे की सभी 115 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों की सूची जारी की, जिसमें एक व्यक्ति नाम होने की वजह से यह चर्चा का विषय बन गई. इस सूची से हाल ही में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर जदयू में शामिल हुए पूर्व पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय का नाम गायब था. यानी विधानसभा चुनाव में जदयू ने गुप्तेश्वर पांडेय को टिकट नहीं दिया है. जिसको लेकर अब विपक्षी दल भी सवाल खड़े कर रहे हैं.
बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय को टिकट न मिलने पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने भी चुटकी ली है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'गुप्तेश्वर पांडे (बिहार के पूर्व डीजीपी) को चुनावी टिकट देना पार्टी का विषय है. हमने पूछा था कि क्या भाजपा के नेता उनके लिए प्रचार करेंगे. इस सवाल के डर के कारण शायद उन्हें टिकट नहीं दिया गया था.'
उल्लेखनीय है कि हाल में बिहार के पुलिस महानिदेशक पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर जदयू में शामिल हुए गुप्तेश्वर पांडेय के उनके गृहनगर बक्सर जिला के शाहपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थीं. लेकिन पांडेय का नाम पार्टी उम्मीदवारों की सूची से गायब है.
हालांकि अब उनको 7 नवंबर को होने वाले वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट के उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार बनाए जाने या बिहार विधानसभा परिषद का सदस्य बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है. जदयू सांसद बैद्यनाथ महतो की मृत्यु के कारण इस सीट पर उपचुनाव आवश्यक हो गया है.
Source : News Nation Bureau