एनडीए के सबसे पुराने सहयोगी शिवसेना ने बीजेपी को सबसे बड़ा झटका दिया है. सीएम पद की मांग पर अड़ी शिवसेना ने बीजेपी की महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बड़ा झटका दिया है. देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को इस्तीफा सौंप दिया है.
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शिवसेना को बीजेपी के सबसे पुराने सहयोगियों में से एक माना जाता है. बीजेपी ने शिवसेना के साथ मिलकर लगातार पांच साल महाराष्ट्र में शासन किया. 50 साल बाद देवेन्द्र फडणवीस लगातार पांच साल तक शासन करने वाले मुख्यमंत्री बने. 2019 में चुनाव परिणाम के नतीजे आने के बाद से ही शिवसेना मुख्यमंत्री पद की मांग को लेकर अड़ी रही. शिवसेना ने साफ तौर पर कह दिया कि 50-50 फॉर्मूले के तहत ही महाराष्ट्र में सरकार बनेगी. यानि ढाई साल तक बीजेपी का मुख्यमंत्री रहेगा तो ढाई साल तक शिवसेना का. बीजेपी ने शिवसेना की मांग ठुकरा दी. बीजेपी का साफ तौर पर कहना था कि शिवसेना महाराष्ट्र में छोटे भाई की भूमिका में ही रहेगी. मुख्यमंत्री पद की मांग को लेकर किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा.
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गौरतलब है कि शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि पार्टी को बातचीत के लिए किसी मध्यस्थ की जरूरत नहीं है और यदि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास कोई संदेश है तो वह सीधे स्वयं शिवसेना से संपर्क करे. उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले तय हुए मुख्यमंत्री पद और सत्ता के बराबर के बंटवारे को लेकर पार्टी के रुख को दोहराया. संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शीर्ष नेताओं से मिलने के बाद गुरुवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मुंबई पहुंचे। यहां वह राजनीतिक गतिरोध पर राज्य के पार्टी नेताओं के साथ चर्चा कर सकते हैं.