Maharashtra political crisis : महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य में नई सरकार के गठन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की मांग हुई थी. वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने जल्द सुनवाई की मांग की है. कपिल सिब्बल ने कहा कि एकनाथ शिंदे को नया मुख्यमंत्री बना दिया गया है, लेकिन शिवसेना का मिलन बीजेपी में नहीं हुआ है. न ही एकनाथ शिंदे शिवसेना से अलग हुए हैं, इसलिए इस मामले की सुनवाई जल्द होनी चाहिए. फिलहाल, सुप्रीम कोर्ट ने कोई दखल देने से इनकार कर दिया है. कोर्ट ने कहा कि हमें सारी जानकारी है. कोर्ट 11 जुलाई को सुनवाई करेगा.
यह भी पढ़ें : महाराष्ट्र: भाजपा अध्यक्ष ने शिवसेना को घेरा, कहा-उन्होंने हिंदुत्व छोड़ा इसका अफसोस है
आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के सीएम और देवेंद्र फणडवीस डिप्टी सीएम बन गए हैं. हालांकि, एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट कराने के आदेश आने के बाद उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद बागी विधायकों के समर्थन के साथ एकनाथ शिंदे और बीजेपी ने महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन किया है.
शिंदे के सीएम बनने के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि ये जो कल हुआ, मैं पहले ही अमित शाह (Amit Shah) से कह रहा था कि 2.5 साल शिवसेना का मुख्यमंत्री हो और वही हुआ. अगर पहले ही ऐसा करते तो महा विकास आघाड़ी का जन्म ही नहीं होता. मेरा गुस्सा मुंबई के लोगों पर मत निकालो. मेट्रो शेड के प्रस्ताव में बदलाव न करें. मुंबई के पर्यावरण के साथ खिलवाड़ न करें.
यह भी पढ़ें : GST के 5 साल पूरे होने पर कांग्रेस ने इसे बताया त्रुटिपूर्ण, सरकार से की ये मांग
उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरकार बनी है और एक तथाकथित शिवसेना कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाया गया है, मैंने अमित शाह से यही कहा था. ये सम्मानपूर्वक किया जा सकता था. शिवसेना आधिकारिक तौर पर (उस समय) आपके साथ थी. यह मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) शिवसेना के नहीं हैं.