मेलबर्न में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा के अनावरण के एक दिन बाद तोड़फोड़ किए जाने को लेकर ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों ने निराशा व्यक्त की है. भारत सरकार द्वारा उपहार में दी गई महात्मा गांधी की एक आदमकद प्रतिमा पिछले शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में तोड़ दी गई. इस आदमकद कांस्य प्रतिमा का सिर काटने का प्रयास किया गया था. इसका अनावरण 12 नवंबर को प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने मेलबर्न उपनगर रोविल में ऑस्ट्रेलियाई भारतीय सामुदायिक केंद्र में किया था जिसे एक दिन बाद ही यह घटना हुई. इस घटना की निंदा करते हुए प्रधानमंत्री मॉरिसन ने एसबीएस न्यूज को बताया कि इस घटना को लेकर वह भी हैरान हैं.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक स्मारकों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. मॉरिसन ने कहा, इस स्तर का अनादर देखना शर्मनाक और बेहद निराशाजनक है. इसके लिए जो भी जिम्मेदार है, उसने ऑस्ट्रेलियाई-भारतीय समुदाय का बहुत अपमान किया है और उसे शर्म आनी चाहिए. इस बीच, ऑस्ट्रेलिया इंडिया कम्युनिटी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष वासन श्रीनिवासन ने कहा कि अपराधी कानून का ताक पर रखने की कोशिश कर रहे हैं. विक्टोरिया में रहने वाले लगभग 300,000 भारतीयों का हवाला देते हुए श्रीनिवासन ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई की कभी उम्मीद नहीं की गई थी.
विक्टोरिया पुलिस ने कहा कि अज्ञात अपराधियों ने पिछले शुक्रवार और शनिवार के बीच मूर्ति को काटने के लिए एक उपकरण का इस्तेमाल किया था. नॉक्स क्राइम इन्वेस्टिगेशन यूनिट के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. इसी साल जनवरी में भी उत्तरी कैलिफोर्निया में डेविस शहर के सेंट्रल पार्क में संयुक्त राज्य अमेरिका में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा को तोड़ दिया गया था.
HIGHLIGHTS
- ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों ने निराशा व्यक्त की
- ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने कहा, सांस्कृतिक स्मारकों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे
- गांधी की आदमकद कांस्य प्रतिमा का सिर काटने का प्रयास किया गया था
Source : News Nation Bureau