प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को महावीर जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी के भारत मंडपम में 2550वें भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव (Bhagwan Mahaveer Nirvana Mahotsav) का उद्घाटन किया. उन्होंने इस कार्यक्रम में एक स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया. महोत्सव को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, “भारत मंडपम आज भगवान महावीर के 2550वें निर्वाण महोत्सव की शुरुआत का गवाह है… मैं महावीर जयंती के अवसर पर देश के लोगों को शुभकामनाएं देता हूं. चुनाव की हलचल के दौरान इस तरह के कार्यक्रम का हिस्सा बनना सुकून देने वाला है.”
दुनिया भर में चल रहे युद्धों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आज संघर्ष में फंसी दुनिया भारत से शांति की उम्मीद कर रही है. नए भारत की इस नई भूमिका का श्रेय हमारी बढ़ती क्षमता और विदेश नीति को दिया जा रहा है, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं, इसमें हमारी सांस्कृतिक छवि का बहुत बड़ा योगदान है. आज भारत इस भूमिका में आया है क्योंकि हम सत्य और अहिंसा को वैश्विक मंचों पर पूरे आत्मविश्वास के साथ रखते हैं.”
इससे पहले दिन में, पीएम मोदी ने लोगों को महावीर जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, भगवान महावीर का शांति और सद्भावना का संदेश 'विकसित भारत' के निर्माण में देश के लिए प्रेरणा है. उन्होंने एक्स पर लिखा कि, "महावीर जयंती के शुभ अवसर पर देश के सभी परिजनों को मेरी शुभकामनाएं... भगवान महावीर का शांति, संयम और सद्भाव का संदेश देश के लिए 'विकसित भारत' के निर्माण की प्रेरणा है."
महावीर जयंती क्या है?
महावीर जयंती जैन धर्म के संस्थापक या महावीर जन्म कल्याणक की जयंती का प्रतीक है. जैन समुदाय शांति और सद्भाव का पालन करने और जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर की शिक्षाओं का प्रसार करने के लिए त्योहार मनाता है.
यह त्यौहार जैन कैलेंडर में चैत्र माह के 13वें दिन पड़ता है - इस वर्ष यह 21 अप्रैल को मनाया जा रहा है.
Source : News Nation Bureau