देश कोरोना वायरस (Corona virus) संक्रमण की मार झेल रहा है. डॉक्टर्स जी जान से मरीजों की जिंदगी बचाने में लगे, लेकिन बिहार की राजधानी पटना में उसके उलट ही मामला सामने आया है. पटना (Patna) के बड़े अस्पताल आईजीआईएमएस की घोर लापरवाही देखने को मिली आई है. यहां एक जांच कराने पहुंची कोरोना वायरस की संदिग्ध मरीज ने जांच से पहले ही जम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि कई दिनों से महिला अस्पताल के मेडिसिन विभाग में भर्ती थी. उसे सांस लेने में परेशान होती थी. महिला जांच के लिए इंतजार कर रही, लेकिन बिना जांच के ही उसकी मौत (Death) हो गई. महिला की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा और अस्पताल प्रशासन पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगाया.
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आरोप है कि सांस में तकलीफ के कारण महिला को कोरोना संदिग्ध माना जा रहा था. तीन दिन पहले अस्पताल के डॉक्टरों ने कोरोना की जांच के लिए लिखा था, लेकिन अस्पताल में महिला की जांच नहीं की जा सकी, अस्पताल प्रशासन जांच को टालता रहा. लेकिन आज महिला की अस्पताल में ही जान चली गई. जिसके बाद वहां बखेड़ा खड़ा हो गया. आरोप यह भी लगाए जा रहे हैं कि जब महिला अस्पताल में आई थी, तो यहां में भर्ती करने के करीब 36 घंटे बाद इलाज शुरू किया गया था.
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परिजनों के मुताबिक, महिला को अस्थमा की बीमारी थी. अस्पताल में भर्ती कराने के बाद डॉक्टरों ने महिला को कोरोना का संदिग्ध बताया था. परिजनों ने बताया कि डॉक्टरों ने पर्चे पर लिखा था कि महिला में कोविड-19 (कोरोना वायरस) के लक्षण दिखते हैं. जिसके बाद डॉक्टरों ने जांच कराने को कहा था. कई बार मांग करने के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने जांच नहीं की और सैंपल भी नहीं लिया.
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