Maldives Row: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया लक्षद्वीप दौरे और फिर उनके द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीरों के बाद मालदीव की बयानबाजी से शुरु हुआ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. मालदीव के कई नेताओं की तरफ से पीएम मोदी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों के बाद भारतीयों ने बॉयकॉट मालदीव कैंपेन चला दिया है. भारतीय सोशल मीडिया के हर प्लेटफॉर्म पर न केवल लक्षद्वीप की तस्वीरें शेयर करते हुए उसकी सुंदरता की तारीफ कर रहे हैं, बल्कि मालदीव के बहिष्कार की बात भी कर रहे हैं. यही वजह है कि सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बॉयकॉट मालदीव ट्रेंड कर रहा है. भारतीयों की इस नाराजगी से मालदीव के पर्यटन को पिछले तीन दिनों मे तगड़ा झटका लगा है.
मालदीप की अपनी ट्रिप कैंसिल कर रहे भारतीय
प्रधानमंत्री मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी से नाराज भारतीय लगातार मालदीप की अपनी ट्रिप कैंसिल कर रहे हैं. ये लोग मालदीव की बजाए लक्षद्वीप को वरियता दे रहे हैं. इसी का परिणाम है कि भारतीयों ने अब तक मालदीव के लिए 10,500 होटल बुकिंग और 5,520 फ्लाइट टिकट कैंसिल कर दिए हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मालदीव को भारतीयों को नाराजगी खासी भारी पड़ रही है. भारत के साथ संबंध बिगाड़ने का सीधा असर मालदीव की अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाला है. हालांकि भारतीयों के इस कदम को इंडियन टूरिज्म के लिए संजीवनी माना जा रहा है. क्योंकि अधिकांश भारतीय मालदीव की बजाय अब लक्षद्वीप जाना पसंद कर रहे हैं.
पिछले तीन सालों में इतने भारतीयों ने की मालदीव की यात्रा
मालदीव की टूरिज्म मिनिस्ट्री से मिली जानकारी के अनुसार साल 2023 में दो लाख से ज्यादा भारतीयों ने 1200 से ज्यादा वाले इस द्वीप की यात्रा की. जबकि साल 2022 में मालदीव की यात्रा करने वालों की संख्या 2.4 लाख से ज्यादा थी. इसके साथ ही 2021 में .11 लाख भारतीयों ने भी मालदीव की ट्रिप की थी. इससे पता चलता है कि मालदीव के पर्यटन में भारत की कितने बड़ी भूमिका है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चारों तरफ समुद्र से घिरे इस छोटे से देश की 30 प्रतिशत अर्थव्यवस्था पर्यटन पर टिकी हुई है. ऐसे में भारत की मुखालफत करना मालदीव को भारी पड़ सकता है.
Source : News Nation Bureau