कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर घमासान के बीच मल्लिकार्जुन खड़गे की अचानक एंट्री हुई है। अब सवाल उठता कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्नाटक के रहने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे की एंट्री आख़िर कैसे हुई? दरअसल इससे पहले अशोक गहलोत गांधी परिवार के विश्वस्त लोगों में से एक थे और अध्यक्ष पद को लेकर उनका नाम नंबर एक पर चल रहा था। लेकिन जिस तरीके से राजस्थान के भीतर राजनीतिक संकट शुरू हुआ। उसके बाद से अशोक गहलोत अध्यक्ष पद की लिस्ट से बाहर हो गए। और फिर गांधी परिवार ने अचानक बैठक बुलाई।
बैठक के बाद फैसला किया गया कि किसी दूसरे व्यक्ति के नाम पर विचार किया जाए। उसी दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पवन बंसल ने गांधी परिवार के कहने पर दो नॉमिनेशन फॉर्म ले लिया और कहा गया कि दोनों नॉमिनेशन फॉर्म गांधी परिवार के पसंदीदा उम्मीदवार के लिया गया है। इसी बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात होती है। मुलाकात के बाद सोनिया गांधी ने अशोक गहलोत को पार्टी अध्यक्ष बनाने से मना कर दिया। फिर रेस में दिग्विजय सिंह अंबिका सोनी कुमारी शैलजा मुकुल वासनिक दिखाई देते हैं।
सूत्रों के मुताबिक़ कल रात सियासी घमासान गांधी परिवार ने एक बड़ी बैठक बुलाई। बैठक में राहुल गांधी zoom par जुड़े। इस बैठक में सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गेऔर रणदीप सुरजेवाला मौजूद थे। मीटिंग राहुल गांधी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को लेकर प्रस्ताव दिया। जिस पर सोनिया गांधी ने मोहर लगा दी।
Source : MOHIT RAJ DUBEY