पश्चिम बंगाल (West Bengal) विधानसभा चुनाव खत्म हो जाने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच राजनीतिक कड़वाहट अभी जारी है. इसी का असर है कि बतौर मुख्यमंत्री तीसरी बार सूबे की कमान संभाल रही ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) नाराजगी जाहिर करने का कोई मौका नहीं छोड़ती हैं. यही वजह है कि उन्होंने यास चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से आमने-सामने मुलाकात को तो तरजीह दी, लेकिन साथ में रिव्यू मीटिंग में शामिल होने से दो-टूक इंकार कर दिया. बताते हैं कि इस रिव्यू मीटिंग में दीदी के कभी खास सिपाहसालार रहे शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) को भी बुलाया गया था. बस इतनी सी बात से दीदी उखड़ गईं.
यास तूफान से नुकसान का ब्योरा जरूर सौंपेंगी ममता दीदी
गौरतलब है कि यास चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं. इसके बाद राज्य सरकारों के साथ रिव्यू मीटिंग करने का उनका कार्यक्रम है. बताते हैं कि इस मीटिंग में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी को मिले न्योते से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नाराज हो गई हैं. इससे रुष्ट दीदी बैठक में शामिल नहीं होंगी. यानी कालीकुंडा में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी. हालांकि वह पीएम मोदी से आमने-सामने मुलाकात करेंगी और इस दौरान एक दस्तावेज सौपेंगी, जिसमें यास तूफान से हुए नुकसान का पूरा ब्यौरा होगा. जाहिर है ममता बनर्जी के इस कदम से राज्य और केंद्र के बीच मतभेद और भी गहराने की आशंका बढ़ गई है.
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और गर्माएगी राजनीति
जानकारी के मुताबिक यास तूफान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रिव्यू मीटिंग में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़, सीएम ममता बनर्जी, केंद्रीय मंत्री और बंगाल से सांसद देबाश्री चौधरी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को मौजूद रहना है. इसके साथ ही बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को भी न्योता मिला है. इसके कारण ममता बनर्जी बैठक में शामिल नहीं होंगी. सूत्र कह रहे हैं कि इस रिव्यू मीटिंग में राजनीतिक तीर चल सकते हैं इसीलिए दीदी ने किनारा किया है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने गुजरात और दीव में ताउते तूफान से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था. यास तूफान ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में जबरदस्त तबाही मचाई है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि यास तूफान से बंगाल में 1 करोड़ लोगों को प्रभावित हुए और तो और करीब 3 लाख घरों को नुकसान पहुंचाया है.
HIGHLIGHTS
- केंद्र और बंगाल सरकार के बीच मतभेद और गहराएंगे
- कालीकुंडा में रिव्यू मीटिंग में नहीं शामिल होंगी दीदी
- शुभेंदु अधिकारी को मीटिंग में बुलाने से हुईं नाराज