तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के बाद पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता सौगत रॉय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से हांसखाली में नाबालिग से हुए दुष्कर्म और मौत के मामले में दिए गए बयान पर अप्रत्यक्ष रूप से विरोध जताया है. दम दम लोकसभा क्षेत्र से तीन बार के सांसद रॉय ने परोक्ष रूप से नादिया जिले के हांसखाली में एक नाबालिग लड़की के दुष्कर्म को मुख्यमंत्री की ओर से 'मामूली घटना' और 'लव-एंगल' संबंध करार दिए जाने का खंडन किया, जिसकी बाद में मृत्यु हो गई थी.
रॉय ने यहां एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के रहते हुए एक महिला के खिलाफ अपराध की एक भी घटना अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा, 'हम सभी महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की घटनाओं से चिंतित हैं. ऐसे मामलों में एक शून्य-सहनशीलता का दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए. यहां तक कि महिला दुर्व्यवहार की एक भी घटना एक महिला मुख्यमंत्री वाले राज्य के लिए शर्म की बात है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और ऐसी घटनाओं के बाद तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए. मुझे यकीन है कि पुलिस मामले की जांच करेगी.'
12 अप्रैल को महुआ मोइत्रा ने कहा था, 'नाबालिग यानी 18 साल से कम उम्र की किसी लड़री के साथ सहमति से यौन संबंध बनाना कानून के अनुसार दुष्कर्म है और अपराध है.' उन्होंने यह बात नाबालिग पीड़िता के आवास पर जाकर और उसके परिवार के सदस्यों से बातचीत के बाद कही. मोइत्रा ने कहा, 'एक पार्टी सांसद के रूप में मैं केवल इतना कहना चाहता हूं कि मैं ऐसी घटनाओं के पूरी तरह खिलाफ हूं. मैं दूसरों के बारे में नहीं बोल सकती, लेकिन मैं ऐसी चीजों को बर्दाश्त नहीं करूंगी.' यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण के लिए बनाए गए कानून पोस्को के अनुसार, 'सहमति से यौन संबंध भी दुष्कर्म माना जाता है, यदि इसमें नाबालिग लड़की शामिल है'.
भाजपा, माकपा और कांग्रेस जैसे विपक्षी दल के नेताओं ने इस मुद्दे पर मुखर होने के लिए सौगत रॉय की सराहना की और कहा कि रॉय ने एक जिम्मेदार सांसद की तरह बात की है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि रॉय को इस मुद्दे पर सीधे मुख्यमंत्री से बात करनी चाहिए. इससे पहले मुख्यमंत्री ने कहा था, 'जो हुआ वह सही नहीं है. मैं इसकी निंदा करती हूं. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन विपक्षी दल और मीडिया का एक वर्ग पूरे मुद्दे को राजनीतिक मोड़ देने की कोशिश कर रहा है. मुझे खबर मिली है कि आरोपी और पीड़िता के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. तो फिर जांच पूरी होने से पहले किसी निष्कर्ष पर क्यों पहुंचा जाए.'
HIGHLIGHTS
- टीएमसी सांसद ही ममता के बयान के विरोध में उतरे
- ममता बनर्जी ने किया था हांसखाली हिंसा का बचाव