पश्चिम बंगाल में 5वें चरण के मतदान से पहले चुनाव आयोग ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी पर 24 घंटे के चुनाव प्रचार पर बैन लगा दिया है. ममता पर यह बैन मंगलवार रात 8 बजे तक लागू रहेगा. जानकारी के मुताबिक ममता बनर्जी पर यह बैन 2 बयानों के चलते लगाया गया है. चुनाव आयोग ने हुगली में ममता के जनसभा के दौरान साम्प्रदायिक मसले पर खुलेआम वोट मांगने के बयान पर उन्हें नोटिस भेजा है. वहीं ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग के इस फैसले पर मंगलवार को दोपहर 2 बजे कोलकाता के गांधी मूर्ति में धरना देने का ऐलान कर दिया है. वहीं सासंद डेरेक ओ ब्रायन ने चुनाव आयोग की इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे लोकतंत्र का काला दिन बताया.
अब 72 घंटे पहले खत्म हो जाएगा चुनाव प्रचार
चुनाव आयोग ने मतदान से पहले चुनाव प्रचार के समय में भी बदलाव कर दिया है. पांचवें चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार खत्म होने की अवधि में भी बदलाव किया है और अब 72 घंटे पहले ही प्रचार खत्म करना होगा. जबकि मतदान के लिए तय अवधि खत्म होने से 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार बंद होता है. आयोग ने हालात के मद्देनज़र इसे बढ़ाकर 72 घंटे कर दिया है, यानी अब 17 अप्रैल को होने वाले पांचवें चरण के मतदान के लिए प्रचार 15 अप्रैल के बजाए 14 अप्रैल की शाम को ही खत्म हो जाएगा.
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रात 8 बजे करेंगी जनसभा
ममता बनर्जी को मंगलवार को कई जगहों पर चुनाव प्रचार के लिए जाना था लेकिन चुनाव आयोग के बैन के बाद अब वह नहीं जाएंगी. ममता को चुनाव प्रचार के लिए उत्तर बंगाल जाना था. बैन के ठीक चौबीस घंटे पूरे होने पर रात 8 बजे के बाद साल्ट लेक में बिधाननगर प्रत्याशी सुजीत बोस के लिए जनसभा को संबोधित करेंगी. ममता बारासात में अपने प्रत्याशी चिरंजीत चक्रवर्ती के लिए प्रचार करेंगी.
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क्या था मामला
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुस्लिम वोटर्स से वोट बंटने ना देने की अपील की थी. ममता बनर्जी ने महिलाओं से सुरक्षाबलों का घेराव करने की सलाह गई थी. इस मामले को लेकर ममता बनर्जी को चुनाव आयोग ने दो नोटिस जारी किए थे. ममता के जवाब से असंतुष्ट चुनाव आयोग ने उनपर यह कार्रवाई की गयी है. पश्चिम बंगाल में पांचवें चरण के मतदान को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर निशाना साध रही है.