महाराष्ट्र में सोमवार को मराठा आरक्षण की मांग को लेकर कई हिस्सों में आगजनी, सड़क जाम, पुलिस पर हमले, बंद की ताजा घटनाएं हुईं, जबकि एक व्यक्ति ने ट्रेन के नीचे कूदकर आत्महत्या कर ली।
पुणे के चाकन के बड़े इलाकों व आसपास के उस्मानाबाद, सोलापुर, कोल्हापुर, नंदूरबार व औरंगाबाद में अगजनी, हिंसा, सड़क जाम करने की छिपुट घटनाएं हुईं और पैदल व मोटरसाइकिल पर नारेबाजी के साथ जुलूस निकाले गए। कई पुलिस थाना इलाकों में निषेधाज्ञा लागू की गई थी।
औरंगाबाद में प्रमोद होरे पाटील ने फेसबुक पर एक पोस्ट डालने के बाद ट्रेन के नीचे कूदकर आत्महत्या कर ली।
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर सोमवार को एक 35 वर्षीय व्यक्ति ने चलती ट्रेन के सामने छलांग लगाकर कथित रूप से खुदकुशी कर ली।
मुकुंदवाड़ी थाने के वरिष्ठ निरीक्षक नाथा जाधव ने बताया कि प्रमोद जयसिंह होरे ने एक दिन पहले फेसबुक और व्हाट्सऐप पर लिखा था कि वह आरक्षण की मांग के समर्थन में अपनी जान दे देगा। उसने मुकुंदवाड़ी क्षेत्र में चलती ट्रेन के सामने कथित रूप से छलांग लगा दी।
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'जयसिंह ने फेसबुक पर लिखा था, आज एक मराठा छोड़कर जा रहा है.......लेकिन मराठा आरक्षण के लिए कुछ कीजिए।'
महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी में जुटे जयसिंह ने एक अन्य संदेश में लिखा था, 'मराठा आरक्षण एक जान लेगा।' उसके कई दोस्तों ने उससे ऐसा नहीं करने का अनुरोध किया लेकिन उसने किसी की भी नहीं सुनी।
जयसिंह का शव रेल पटरी पर मिला उसने रविवार को आत्महत्या की थी लेकिन उसका शव सोमवार को मुकुंदवाड़ी रेलवे स्टेशन के पास बरामद किया गया। उसकी खुदकुशी की खबर सुनकर बड़ी संख्या में लोग उसके घर के बाहर इकट्ठा हो गए। उसके परिजनों ने कहा कि वे तब तक अर्थी नहीं उठाएंगे जब तक राज्य सरकार आरक्षण के मुद्दे पर अंतिम निर्णय नहीं ले लेती।
इससे जिले के कुछ हिस्सों में बंद रहा। मराठा आंदोलन के पुणे के चाकन, हिंजेवाड़ी, खेड़ व पुणे-नासिक राजमार्ग पर हिंसक हो जाने से पांच राज्य परिवहन की बसों सहित दो दर्जन वाहनों को आग लगा दी गई।
नाराज प्रदर्शनकारियों ने चाकन पुलिस थाने को निशाना बनाया और इस हिंसा में करीब पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके अलावा शहर में तीन लोग पथराव में घायल हो गए।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े व निषेधाज्ञा लगाई। चाकन व दूसरे शहर पूरी तरह से बंद रहे। सभी राजनीतिक दलों ने मराठा नेताओं से शांति व संयम की अपील की।
इस बीच सत्तारूढ़ सहयोगी शिवसेना, और विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायकों के साथ बैठकें की।
विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के राधाकृष्ण विखे-पाटील ने राज्यपाल सी.वी. राव को पत्र लिखकर राज्य सरकार व आंदोलन कर रहे मराठाओं के बीच हिंसा व लंबित आरक्षण मुद्दे के शीघ्र हल के लिए दखल करने की मांग की।
बता दें कि महाराष्ट्र में अबतक मराठा समाज के चार लोगों ने आरक्षण की मांग को लेकर खुदकुशी की है।
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Source : News Nation Bureau