कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने 1962 में चीन के आक्रमण पर दिए विवादित बयान को लेकर मंगलवार को माफी मांगी. उन्होंने चीन के आक्रमण के लिए ‘गलती से’ कथित शब्द का उपयोग किया था. एक कार्यक्रम में अय्यर ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा था, ‘…अक्टूबर 1962 में, चीनियों ने कथित तौर पर भारत पर आक्रमण किया.’ अय्यर ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, आज शाम ‘चीनी आक्रमण’ से पहले गलती से ‘कथित’ शब्द का उपयोग करने के लिए मैं पूरी तरह से माफी मांगता हूं.’ इससे पहले भी अपने बयानों से मणिशंकर अय्यर विवादों को जन्म दे चुके हैं. यह टिप्पणी एक पुस्तक ‘नेहरूज़ फर्स्ट रिक्रूट्स’ के विमोचन के मौके पर की.
ये भी पढ़ें: Cyclone Remal: गुजर गया चक्रवात 'रेमल', पीछे छोड़ गया तबाही के निशान, पूर्वोत्तर के राज्यों में गई 37 लोगों की जान
पाकिस्तानी लोगों की तारीफ की थी
इससे पहले भी मणिशंकर अय्यर विवादित बयान देते आए हैं. इस माह की शुरुआत में उनके एक साक्षात्कार का वीडियो वायरल हुआ था. इसमें वह कह रहे थे कि पाकिस्तान का हमें सम्मान करना चाहिए, उसके पास परमाणु बम भी है. ऐसे में भारत को उससे बातचीत करनी चाहिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि दस वर्षों में भारत ने पाकिस्तान से वार्ता का कोई प्रयास नहीं किया है. इससे पहले फरवरी में उन्होंने पाकिस्तानी लोगों की तारीफ की थी. उन्होंने इसे भारत की सबसे बड़ी संपत्ति बताया था. इसके बाद से विवाद खड़ा हो गया था. लाहौर में आयोजित एक कार्यक्रम पर बोलते हुए अय्यर ने पाकिस्तान और उसके लोगों के प्रति अपना स्नेह जताया था. उन्होंने कहा था कि वह कभी ऐसे देश में नहीं गए, जहां उनका खुले दिल से स्वागत हुआ.
भाजपा ने लगाया आरोप
भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट में आरोप लगाया,'नेहरू ने चीन के पक्ष में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सीटा का दावा छोड़ दिया. राहुल गांधी ने एक गुप्त एमओयू पर हस्ताक्षर किए. राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीनी दूतावास से धन को स्वीकार किया था. चीनी कंपनियों के लिए बाजार तक पहुंच की सिफारिश करते हुए रिपोर्ट प्रकाशित की थी. इसके आधार पर सोनिया गांधी की संप्रग सरकार ने चीनी सामानों को लेकर भारतीय बाजार खोल दिए. इससे एमएसएमई को नुकसान झेलना पड़ा. अब कांग्रेस नेता अय्यर चीन के हमले को झुठलाने की कोशिश कर रहे हैं. इस हमले के बाद चीनियों ने 38,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर अवैध तरीके से कब्जा लिया.'
Source : News Nation Bureau
मणिशंकर अय्यर ने अपनी इस टिप्पणी पर मांगी माफी, चीन के आक्रमण पर इस शब्द का किया उपयोग
एक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने अपनी टिप्पणी को लेकर माफी मांगी. इससे पहले भी वे अपने बयानों से विवाद पैदा कर चुके हैं.
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने 1962 में चीन के आक्रमण पर दिए विवादित बयान को लेकर मंगलवार को माफी मांगी. उन्होंने चीन के आक्रमण के लिए ‘गलती से’ कथित शब्द का उपयोग किया था. एक कार्यक्रम में अय्यर ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा था, ‘…अक्टूबर 1962 में, चीनियों ने कथित तौर पर भारत पर आक्रमण किया.’ अय्यर ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, आज शाम ‘चीनी आक्रमण’ से पहले गलती से ‘कथित’ शब्द का उपयोग करने के लिए मैं पूरी तरह से माफी मांगता हूं.’ इससे पहले भी अपने बयानों से मणिशंकर अय्यर विवादों को जन्म दे चुके हैं. यह टिप्पणी एक पुस्तक ‘नेहरूज़ फर्स्ट रिक्रूट्स’ के विमोचन के मौके पर की.
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पाकिस्तानी लोगों की तारीफ की थी
इससे पहले भी मणिशंकर अय्यर विवादित बयान देते आए हैं. इस माह की शुरुआत में उनके एक साक्षात्कार का वीडियो वायरल हुआ था. इसमें वह कह रहे थे कि पाकिस्तान का हमें सम्मान करना चाहिए, उसके पास परमाणु बम भी है. ऐसे में भारत को उससे बातचीत करनी चाहिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि दस वर्षों में भारत ने पाकिस्तान से वार्ता का कोई प्रयास नहीं किया है. इससे पहले फरवरी में उन्होंने पाकिस्तानी लोगों की तारीफ की थी. उन्होंने इसे भारत की सबसे बड़ी संपत्ति बताया था. इसके बाद से विवाद खड़ा हो गया था. लाहौर में आयोजित एक कार्यक्रम पर बोलते हुए अय्यर ने पाकिस्तान और उसके लोगों के प्रति अपना स्नेह जताया था. उन्होंने कहा था कि वह कभी ऐसे देश में नहीं गए, जहां उनका खुले दिल से स्वागत हुआ.
भाजपा ने लगाया आरोप
भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट में आरोप लगाया,'नेहरू ने चीन के पक्ष में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सीटा का दावा छोड़ दिया. राहुल गांधी ने एक गुप्त एमओयू पर हस्ताक्षर किए. राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीनी दूतावास से धन को स्वीकार किया था. चीनी कंपनियों के लिए बाजार तक पहुंच की सिफारिश करते हुए रिपोर्ट प्रकाशित की थी. इसके आधार पर सोनिया गांधी की संप्रग सरकार ने चीनी सामानों को लेकर भारतीय बाजार खोल दिए. इससे एमएसएमई को नुकसान झेलना पड़ा. अब कांग्रेस नेता अय्यर चीन के हमले को झुठलाने की कोशिश कर रहे हैं. इस हमले के बाद चीनियों ने 38,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर अवैध तरीके से कब्जा लिया.'
Source : News Nation Bureau