कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए कहा है कि आप अयोध्या में मंदिर जरूर बनाइए लेकिन ये कैसे कह सकते हैं कि कि मंदिर वहीं बनाएंगे, इसका क्या मतलब है. दिल्ली में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित 'एक शाम बाबरी मस्जिद के नाम' कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि क्या अल्लाह में भरोसा रखना हिंदुस्तानियों के लिए गलत चीज है.
उन्होंने कहा, 'दशरथ एक बहुत बड़े महाराजा थे. कहा जाता है कि उनके महल में 10,000 कमरे थे तो कौन जानता है कि कौन-सा कमरा कहां था. इसलिए ये कहना कि हमारे भगवान राम यहीं पैदा हुए थे और इसलिए मंदिर यहीं बनाएंगे क्योंकि एक मस्जिद है वहां, उसको हम पहले तोड़ेंगे और उसकी जगह हम बनाएंगे. हम ये कहें कि क्या अल्लाह में भरोसा रखना हिंदुस्तानी के लिए गलत चीज है.'
गौरतलब है कि अपने विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले मणिशंकर अय्यर को कांग्रेस ने पिछले गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री पर 'नीच' टिप्पणी करने के कारण पार्टी से निकाल दिया था.
पिछले साल मणिशंकर अय्यर ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था, 'मुझे हिंदू, बौद्धों, जैन, ईसाईयों पर गर्व है और मुझे मुस्लिमों पर बहुत गर्व है. मुस्लिमों ने भारत पर 666 सालों तक राज किया. 1152 में मुहम्मद गोरी से लेकर 1858 में बहादुर शाह जफर तक मुस्लिमों ने भारत पर राज किया लेकिन हम बड़े राष्ट्र बने रहे.'
और पढ़ें : सवर्ण आरक्षण को कांग्रेस का साथ लेकिन टाइमिंग को लेकर सरकार की मंशा पर उठाया सवाल
उन्होंने कहा, 'इतने समय में सिर्फ 24 फीसदी हिंदू इस्लाम में तब्दील हुए और 76 फीसदी ने नहीं किया.' मजेदार यह था कि 1152 से 1858 तक 706 साल होते हैं लेकिन अय्यर ने 666 साल बताया था.
अय्यर ने कार्यक्रम में पीएम मोदी को लेकर कहा था कि उन्होंने 2014 से पहले नहीं सोचा था कि मुसलमानों को पिल्ला समझने वाला एक मुख्यमंत्री भारत का प्रधानमंत्री बन सकता है. मणिशंकर अय्यर लोक सभा और राज्य सभा में सांसद रह चुके हैं. वह मनमोहन सिंह सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं.
Source : News Nation Bureau