Manipur: देश का पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर बीते दो महीनों से हिंसा का आग में झुलस रहा है. यही वजह है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के कामकाज और शासन को लेकर सवाल उठ रहे हैं. यही नहीं इस हिंसा को लेकर सियासत भी काफी गर्मा गई है. केंद्र के दखल के बाद भी यहां हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. इस बीच एक खबर ने अटकलों के बाजार को और भी गर्म कर दिया है राज्यपाल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री बीरेन सिंह अपना इस्तीफा सौंप देंगे. इसको लेकर तेजी से खबर सोशल मीडिया से लेकर डिजिटल प्लेटफॉर्म तक आग की तरह फैलने लगी. इसके बाद से ही हर किसी की नजर सीएम बीरेन सिंह के कदम पर टिकी हुई थी.
हालांकि जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ा इस सवाल का जवाब लगभग साफ होने लगा. लेकिन मुहर उस वक्त लग गई जब खुद मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट के जरिए इस्तीफे की तमाम अटकलों को खारिज कर दिया.
हालांकि सीएम बीरेन सिंह के ट्वीट से पहले ही इसको लेकर संकेत मिलना शुरू हो गए थे, कि वे अपने पद से इस्तीफा नहीं देने वाले हैं. दरअसल सीएम बीरेन सिंह की समर्थक महिलाओं ने सबके सामने मुख्यमंत्री के बीरेने सिंह का इस्तीफा पत्र ही फाड़ दिया था. वहीं से इस बात को बल मिल गया था कि वे अपना इस्तीफा नहीं देने जा रहे हैं.
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क्या है पूरा मामला
दरअसल 30 जून को मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगा. इसके बाद से ही ये अटकलें लगना शुरू हो गईं वे आज अपना इस्तीफा दे सकते हैं. जब बीरेन सिंह मुख्यमंत्री आवास से राज्यपाल से मिलने के लिए निकले तब तक लगभग सभी मीडिया हाउस में ये खबर आग की तरह फैल चुकी थी. हालांकि उनके समर्थक लगातार इस्तीफा ना देने का दबाव बना रहे थे. कुछ महिला समर्थकों ने तो इस्तीफा पत्र ही सबके सामने फाड़ दिया था और सीएम से पद से इस्तीफा ना देने की अपील की.
मणिपुर में नहीं थम रही हिंसा
बता दें कि मणिपुर में समुदायों के बीच लगातार बढ़ रही हिंसा नहीं थम रही है. इस हिंसा में अब तक कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, गुरुवार को भी हिंसक वारदातों में तीन लोगों की मौत हो गई थी. वहीं इस हिंसा को लेकर सियासी पारा भी हाई है. कांग्रेस लगातार प्रदेश सरकार पर विफल होने का आरोप लगा रही है. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी दो दिन के मणिपुर दौरे पर हैं.
Source : News Nation Bureau