मणिपुर विधानसभा चुनाव के लिए प्रथम चरण के तहत 38 निर्वाचन क्षेत्रों में होने जा रहे मतदान के लिए कुल 168 उम्मीदवार मैदान में हैं। राज्य की 60 में से 38 पहाड़ी और घाटी क्षेत्रों की निर्वाचन सीटों के लिए चार मार्च को मतदान होने हैं। पहले चरण में 11 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं।
भाजपा अकेली पार्टी है, जिसने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। कांग्रेस ने चूड़ाचांदपुर और कांगपोकपी सीट पर उम्मीदवार नहीं खड़े किए हैं।
ज्यादातर निर्वाचन क्षेत्रों में सीधी लड़ाई दिख रही है। हालांकि, सैकुल निर्वाचन क्षेत्र में 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। मणिपुर के राजनीतिक दिग्गज फुंगजाथंग तोनसिंग को चूड़ाचांदपुर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस का टिकट दिया गया था, लेकिन उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
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कुछ जनजातीय नेताओं पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव नहीं लड़ने का दवाब है। अकेली जनजातीय महिला विधायक नेमचा किपगेन कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गईं। वह भाजपा उम्मीदवार के रूप में कांगपोकपी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं।
मणिपुर पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवारों को दो अलग तरह के चुनाव चिन्ह--पेट्रोल पंप और साइकिल-- दिए जाने को लेकर शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया गया।
यह प्रदर्शन शनिवार देर रात तक जारी रहा।
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मणिपुर पीपुल्स पार्टी के कुछ उम्मीदवारों को पेट्रोल पंप चिन्ह आवंटित किया गया है। वे मुख्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय के पास शनिवार देर रात को जमा रहे, वे दशकों से पार्टी के लिए साइकिल चुनाव चिन्ह की मांग कर रहे हैं।
हालांकि, चुनाव अधिकारियों ने कहा कि अब चुनाव चिन्ह में परिवर्तन नहीं किया जा सकता।
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Source : IANS