Manipur video: मणिपुर में जारी जातीय संघर्ष के बीच दो महिलाओं से हुई दरिंदगी मामले में पुलिस को कार्रवाई करने में पूरे दो महीने लग गए. बुधवार को इस शर्मनाक घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया. इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि आरोपी कैसे निर्वस्त्र महिलाओं के साथ खुलेआम छेड़छाड़ व अश्लील हरकतें कर रहे हैं. इस बीच मणिपुर पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि वायरल वीडियो केस में चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. थौबल के पुलिस अधीक्षक सच्चिदानंद ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ अब तक कार्रवाई न होने का सबसे बड़ा कारण पर्याप्त सबूत न होना था.
घटना के समय कहां व्यस्त थी पुलिस
हालांकि सच्चिदानंद ने इस दावे को खारिज किया कि इस जघन्य अपराध के समय पुलिस मौके पर मौजूद नहीं थी. उन्होंने कहा कि उसी दिन आक्रोशित भीड़ ने नोंगपोक सेकमई पुलिस स्टेशन पर हमला का हथियार लूटने का प्रयास भी किया था और पुलिस थाने की सुरक्षा में व्यस्त थी. इस क्रम में एक पीड़ित ने पहले बताया था कि पुलिस उस समय भीड़ के साथ थी, जब वह गांव में लूटपाट की घटना को अंजाम दे रही थी. पुलिस ने हमें घर के पास से पकड़ा और गांव से कुछ दूरी पर सड़क पर भीड़ के साथ छोड़ दिया. उसने आरोप लगाया कि पुलिस ने ही हमें भीड़ के हवाले किया था.
गांव प्रधान ने बताया घटना का सच
इस मामले में शिकायत दर्ज कराने वाले गांव के प्रधान थांगबोई वैफेई ने बताया कि उस दिन हजारों की तदाद में लोगों की भड़की हुई भीड़ गांव में घुसी और लोगों और महिलाओं को घरों से निकाल-निकाल कर भगाने लगी. ग्राम प्रधान ने बताया कि 3 मई को घटना के पहले दिन जब छुरछंदपुर में हिंसा हुई तो हमने पुलिस को सूचना दी और पुलिस आई भी, लेकिन अगले दिन यानी 4 मई को जब हमने पुलिस को बुलाया तो जवाब आया कि पुलिस स्टेशन पर हमला हुआ है और हम ( पुलिस ) उसको बचाने में लगे हैं. जैसे ही आक्रोशित भीड़ गांव में घुसी तो तीन महिलाएं समेत कुछ लोग जंगल की तरफ भागे. उसने बताया कि परिवार को पुलिस ने बचा भी लिया था, लेकिन इस भीड़ ने उनको पुलिस से छीन लिया.
भीड़ ने ऐसे दिया घटना को अंजाम
एफआईआर के अनुसार बाद में एक महिला ने बताया कि उनको पुलिस ने ही भीड़ के हवाले किया था. भीड़ में शामिल लोगों ने महिलाओं के साथ दरिंदगी से पहले एक शख्स को मौत के घाट उतार दिया. जिसके बाद एक महिला के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया. इस दौरान पीड़िता के भाई ने जब विरोध किया तो भीड़ ने उसको भी मौत के घाट उतार दिया. इस बीच बुजुर्ग महिला को बचाने भी कोई नहीं आया.
Source : News Nation Bureau