Manipur Kuki Peoples Alliance Withdraws Support: मणिपुर (Manipur) में जारी हिंसा के बीच बड़ी सियासी उठा-पटक देखने को मिली है. राज्य में सीएम बीरेन सिंह की सरकार को बड़ा झटका लगा है. एनडीए सहयोगी कुकी पीपुल्स अलायंस (Kuki Peoples Alliance) ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. रविवार शाम को पार्टी ने ये फैसला लिया. पार्टी की तरफ से समर्थन वापस लेने की घोषणा भी कर दी गई है. मणिपुर में अब तक हुई हिंसा में 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 3500 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
जारी है हिंसा का दौर
मणिपुर में बीते मई महीने से तनाव और हिंसा का दौर जारी है. राज्य में जारी हिंसा और तीन महीने बाद भी हालात सामान्य ना होने के बीच कुकी पीपुल्स अलायंस ने ये फैसला लिया है. राज्य सरकार में कुकी पीपुल्स अलायंस के दो विधायक थे. लगातार जारी हिंसा की वजह से आम लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ कहा है.
हिंसा की वजह
गौरतलब है कि, मणिपुर में लगभग तीन महीने से हिंसा जारी है. राज्य में तीन मई को कुकी समुदाय की ओर से निकाले गए 'आदिवासी एकता मार्च' के दौरान हिंसा भड़की थी. इस दौरान कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसक झड़प हो गई थी तब से ही वहां हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. कुकी समुदाय की ओर से ये मार्च मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के खिलाफ निकाला गया था. मैतेई समुदाय लंबे समय से अनुसूचित जनजाति यानी एसटी का दर्जा मांग रहा है. दो समुदायों के बीच हिंसक झड़पें और महिलाओं के साथ अभद्रता की खबरें लगातार सुर्खियों में रही हैं.
मैतेई मांग रहे जनजाति का दर्जा
मणिपुर में मैतेई समुदाय की आबादी 53 फीसदी से ज्यादा है. ये गैर-जनजाति समुदाय है, जिनमें ज्यादातर हिंदू हैं. वहीं, कुकी और नगा की आबादी 40 फीसदी के आसपास है. राज्य में इतनी बड़ी आबादी होने के बावजूद मैतेई समुदाय सिर्फ घाटी में ही बस सकते हैं. मणिपुर का 90 फीसदी से ज्यादा इलाका पहाड़ी है. सिर्फ 10 फीसदी ही घाटी है. पहाड़ी इलाकों पर नगा और कुकी समुदाय का तो घाटी में मैतेई का दबदबा है.
HIGHLIGHTS
- मणिपुर में बीरेन सिंह सरकार को बड़ा झटका.
- कुकी पीपुल्स अलायंस ने बीरेन सरकार वापस लिया समर्थन.
- मणिपुर में जारी है हिंसा.
Source : News Nation Bureau