पंजाब से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने शुक्रवार को 'भैया' मुद्दे पर अपनी ही पार्टी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि यह विवाद अमेरिका में 'ब्लैक' मुद्दे की तरह है. तिवारी ने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में कहा, 'डी-हॉर्स पॉलिटिक्स - भैया विवाद अमेरिका के 'ब्लैक' मुद्दे की तरह है. यह हरित क्रांति की शुरूआत में वापस आने वाले प्रवासियों के खिलाफ एक दुर्भाग्यपूर्ण प्रणालीगत और संस्थागत सामाजिक पूर्वाग्रह को दशार्ता है.' उन्होंने कहा, 'इस तरह की सोच का पंजाब के धर्मनिरपेक्ष लोकाचार में कोई स्थान नहीं होना चाहिए.'
प्रियंका गांधी ने बयान पर दी सफाई
गौरतलब है कि बिहार और यूपी के भैया वाली टिप्पणी को लेकर पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी विरोधी पार्टियों के निशाने पर हैं. विवाद तब शुरू हुआ जब प्रियंका गांधी वाड्रा की मौजूदगी में पंजाब के मुख्यमंत्री ने इसे लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा, 'भैयाओं को आप पर शासन करने की अनुमति न दें.' हालांकि विवाद बढ़ने पर प्रियंका गांधी ने सफाई दी कि सीएम चन्नी का बयान पंजाब और पंजाबियत को लेकर था. उनका आशय यही था कि पंजाब पर यहीं का कोई बंदा शासन करेगा. इसके पहले चन्नी ने भी कहा था कि उनके बयान को विपक्षी दलों और मीडिया ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया.'
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सीएम चन्नी ने कहा बयान आप नेताओं पर था
चन्नी ने एक वीडियो बयान में कहा कि मेरा बयान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप नेताओं दुर्गेश पाठक और संजय सिंह के खिलाफ था जो बाहर से आए और अशांति पैदा कर रहे हैं' मेरा बयान बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के आम लोगों के लिए नहीं है जो पंजाब काम के लिए आते हैं' पंजाब के निर्माण में उनका योगदान बहुत बड़ा है और मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं'. चन्नी ने कहा कि हम सभी प्रवासी लोग हैं और पंजाब की जमीन पर हमारा समान अधिकार है. बड़ी संख्या में पंजाबी लोग अन्य राज्यों और अन्य देशों में भी काम कर रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- जी-23 समूह के नेता मनीष तिवारी ने अपनी ही पार्टी को दिखाया आईना
- यूपी-बिहार के लोगों को 'भैया' कहे जाने को नस्लभेदी बयान करार दिया
- प्रियंका गांधी और पंजाब के सीएम चन्नी ने दी बयान पर अपनी सफाई