प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 'मन की बात' कार्यक्रम में कहा कि देशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के तहत देश के हर तीन जिलों पर एक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा।
प्रधानमंत्री ने लोगों से रोग-निवारक स्वास्थ्य सेवा के प्रति जागरूक रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि रोग निवारण के उपाय न सिर्फ एक व्यक्ति के लिए बल्कि उसके परिवार व समाज के लिए भी हितकर है।
मोदी ने कहा कि हर तीन जिले पर एक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा।
मोदी ने कहा कि सरकार ने 2025 तक देश को क्षयरोग से छुटकारा दिलाने का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने कहा कि सरकार और बीमा कंपनियों की ओर से संयुक्त रूप से हर साल 10 करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' में कहा, 'रोग-निवारक स्वास्थ्य सेवा सबसे सस्ती और सरल है। इसको लेकर हम जितना जागरूक होंगे, यह उतना व्यक्ति, उसके परिवार व समाज के लिए लाभकारी होगी।'
प्रधानमंत्री ने अच्छी सेहत के लिए स्वच्छता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि स्वस्थ भारत उतना ही जरूरी है जितना स्वच्छ भारत।
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उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि स्वस्थ भारत और स्वच्छ भारत एक दूसरे के संपूरक हैं। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में व्यावहारिक नजररिया अपनाया जा रहा है। पहले स्वास्थ्य से संबंधित हर कार्य केवल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी होती थी, लेकिन वर्तमान परिदृश्य में प्रत्येक विभाग, राज्य सरकार और अन्य विभागों एक साथ मिलकर स्वस्थ भारत के लिए कार्य कर रहे हैं।'
उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता पहली जरूरत है।
मोदी ने कहा कि योग ने रोग निवारक के तौर पर दुनिया में पहचान बनाई है। यह अच्छी सेहत की गारंटी देता है।
उन्होंने कहा, 'योग दिवस 21 जून को मनाया जाएगा। क्या हम योग के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए अभी से कार्य शुरू कर सकते हैं?'
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मोदी ने कहा कि सरकार ने तीन हजार से अधिक जन औषधि केंद्र खोले हैं और वह इस तरह के और केंद्रों को खोलने की दिश में कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि इन केंद्रों पर 800 दवाइयां सस्ते दाम पर उपलब्ध हैं।
प्रधानमंत्री ने बताया कि दिल के मरीजों के लिए स्टेंट की कीमतों में 85 फीसदी कमी हो गई है। घुटने बदलने की लागत 50-70 फीसदी घट गई।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए 479 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटें बढ़ाकर तकरीबन 68,000 कर दी गई हैं और विभिन्न प्रदेशों में नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) खोले जा रहे हैं।
Source : IANS