गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार को 63 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. पर्रिकर एडवांस्ड पैंक्रियाटिक कैंसर से पिछले एक साल से जूझ रहे थे. पिछले साल फरवरी में पर्रिकर को कैंसर का पता चला था. इसके बाद वह न्यूयॉर्क, दिल्ली, मुंबई और गोवा के अस्पतालों में इलाज करवा चुके थे. फिलहाल पणजी के पास स्थित उनके निजी आवास में ही डॉक्टरों की टीम उनका इलाज चल रहा था.
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मनोहर पर्रिकर मोदी सरकार में भारत के रक्षा मंत्री रह चुके थे. रक्षा मंत्री के कार्यकाल के दौरान ही उन्होंने इस्तीफ़ा दिया था और चौथी बार 14 मार्च 2017 को गोवा के मुख्यमंत्री बनाए गए थे.
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बतौर रक्षा मंत्री रहते हुए पर्रिकर ने देश की सुरक्षा की सुरक्षा और भारतीय सेना के हित में कई अहम फैसले लिए थे. पर्रिकर के रक्षा मंत्री रहते हुए भारतीय सेना ने दो बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया था.
नवंबर 2017 में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर 'सर्जिकल स्ट्राइक' करते हुए कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था. इस ऑपरेशन में पैरा स्पेशल फोर्स के 25 कमांडो एमआई-17 हेलिकॉप्टरों में सवार होकर पीओके में तीन किलोमीटर अंदर तक गए थे. इस ऑपरेशन में भारतीय सेना के एक भी जवान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था.
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वहीं इससे पहले 4 जून, 2015 को मणिपुर के चंदेल जिले में उग्रवादियों ने हमला कर सेना के 18 जवानों की जान ली थी. इसके बाद म्यांमार सीमा में भारतीय पैराकमांडो घुसे और उग्रवादियों के दो कैंप तबाह कर दिए. इस ऑपरेशन में करीब 100 उग्रवादी मारे गए. इस ऑपरेशन में 70 कमांडो शामिल थे और ऑपरेशन 40 मिनट तक चला था.
वहीं सालों से लंबित पड़े पूर्व सैनिकों की वन रैंक वन पेंशन की मांग को लागू कराने में पर्रिकर ने अहम भूमिका निभाई थी. इसके साथ ही उन्होंने अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला की जांच के आदेश भी दिए थे
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पर्रिकर के निधन पर गहरा शोक जताया है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'गोवा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर पर्रिकर के निधन की खबर सुनकर अत्यंत दुखी हूं. सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी और निष्ठा के एक प्रतीक के रूप में गोवा और भारत के लोगों के लिए उनकी सेवा को भुलाया नहीं जाएगा.'
Source : News Nation Bureau