गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) के निधन के बाद सियासी संकट और गहरा गया है. कांग्रेस ने जहां सरकार बनाने के लिए राज्यपाल को चिट्ठी लिखी है, वहीं बीजेपी के सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) ने कहा कि अगले महीने तीन विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने तक विधानसभा को निलंबित किया जा सकता है.
गोवा विधानसभा का मौजूद गणित कुछ इस तरह है. 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में अभी 37 विधायक हैं. इसकी वजह एक विधायक डिसूजा का निधन होना और दो अन्य विधायक सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोप्ते का कांग्रेस से इस्तीफा देना है. अभी कांग्रेस 14 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है.
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बीजेपी के पास पर्रिकर समेत 13 विधायक थे. लेकिन मनोहर पर्रिकर के निधन होने के बाद अब बीजेपी के पास 12 विधायक बचे. गोवा फॉरवर्ड पार्टी, महाराष्ट्र गोमांतकत पार्टी के पास 3-3 सीट हैं और 3 स्वतंत्र उम्मीदवार हैं. बीजेपी को इन सबका समर्थन मिला हुआ है.
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बता दें कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 16 सीट जीती थी, लेकिन लेकिन सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोप्ते इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. हालांकि अभी कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है और सरकार बनाने की बात कह रही है. शनिवार को कांग्रेस ने राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सरकार बनाने की बात कही और मौजूदा सरकार को बर्खास्त करने की मांग की थी. राज्यपाल को भेजे पत्र में विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर लिखा, 'बीजेपी के एक विधायक के निधन के बाद पर्रिकर सरकार बहुमत खो चुकी है.'
वहीं बीजेपी सरकार को बचाने के लिए पूरी कोशिश में लगी हुई है. कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस नेता और गोवा के पूर्व सीएम दिगंबर कामत बीजेपी में शामिल हो सकते हैं और पार्टी उन्हें सीएम बना सकती है. हालांकि खुद दिगंबर कामत ने इन कयासों पर विराम लगाते हुए इसे बकवास बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी में मेरे शामिल होने की खबर निहित स्वार्थों की वजह से फैलाया जा रहा है यह फर्जी हैं. मैं निजी काम के लिए दिल्ली गया था.
Source : News Nation Bureau