राजनीति में यह परंपरा पुरानी थी, लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान ध्वस्त होती प्रतीत हुई. हालंकि यहीं भारत की विशेषता है कि बड़ों का सम्मान हमारे नैतिक मूल्यों में गिना जाता है. इसी का मुजाहिरा करते हुए दिल्ली की उत्तर-पूर्वी सीट से बीजेपी के टिकट पर विजयी रहे दिल्ली प्रदेश प्रभारी मनोज तिवारी शनिवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित से मुलाकात करने पहुंचे. वहां उन्होंने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया.
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दूसरे नंबर पर रहीं शीला
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. इस बार वह उत्तर-पूर्वी सीट से चुनाव लड़ीं, लेकिन मनोज तिवारी के सामने हार गईं. मनोज तिवारी ने उन्हें यहां पूरे 3,66,102 वोटों से हराया है. मनोज तिवारी को कुल 7,87,799 वोट मिले थे, वहीं 4,21,697 वोटों के साथ शीला दूसरे नंबर पर रहीं. आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पांडेय को यहां से सिर्फ 1,90,856 वोट मिले.
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प्रचार में भी रखा मर्यादा का ध्यान
चुनावी प्रचार के दौरान भी मनोज तिवारी या शीला दीक्षित ने एक दूसरे के खिलाफ कोई गलत या विवादित बयानबाजी नहीं की. अब जीत के बाद शीला का आशीर्वाद लेकर मनोज ने जनता को नया संदेश दिया है. उल्लेखनीय है कि दिल्ली में कांग्रेस की हार को शीला ने निराशाजनक बताया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को जीतना चाहिए था. हालांकि, उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि कांग्रेस ने ज्यादातर सीटों पर आम आदमी पार्टी को तीसरे स्थान पर धकेल दिया.
HIGHLIGHTS
- उत्तर-पूर्वी सीट पर जीत के बाद शीला दीक्षित से आशीर्वाद लेने पहुंचे मनोज तिवारी.
- चुनाव प्रचार के दौरान भी एक-दूसरे पर नहीं की अमर्यादित टिप्पणी.
- तीसरे नंबर पर रही इस सीट पर आम आदमी पार्टी.
Source : News Nation Bureau