भाईचारे और आपसी सौहाद्र के पर्व ईद पर भी कश्मीर घाटी में हिंसा नहीं थमी। घाटी के अलग-अलग इलाकों में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान एक युवक की जान चली गई जबकि 40 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हो गए।
हिंसा का सबसे ज्यादा असर अनंतनाग जिले को बराकपोरा में दिखा जहां प्रदर्शन के दौरान ग्रेनेड धमाके में एक युवक की मौत हो गई। धमाके के बाद युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन उससे पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
युवक की मौत के बाद ही दक्षिणी कश्मीर में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस के मुताबिक पुलवामा में शुक्रवार को सेना की गोलीबारी में नौ साल के बच्चे की मौत के विरोध में यह प्रदर्शन हो रहा था।
अनंतनाग और पुलवामा के अलावा श्रीनगर के नौहट्टा, सफाकदल, और खान्यार इलाकों में भी हिंसक प्रदर्शन हुए जहां प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी करते हुए भारत विरोधी नारे लगाए और पाकिस्तान के झंडे लहराए।
हिंसक भीड़ को काबू में करने के लिए सुरक्षाबलों को पैलेट गन का इस्तेमाल और आंसू गैसे के गोल दागने पड़े।
अनंतनाग के अलावा सबसे ज्यादा हिंसा शोपियां जिले में हुए जहां पत्थरबाजों ने सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंके। इस हिंसक प्रदर्शन में 7 लोग बुरी तरह घायल हो गए। यह प्रदर्शन जिले के डिस्ट्रिक कोर्ट परिसर में हुआ था।
और पढ़ें: ईद के दिन काबुल में आत्मघाती धमाका, 20 लोगों की मौत
कश्मीर पुलिस के मुताबिक कुपवाड़ा और बारामुला में भी सुरक्षबलों के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया।
वहीं दूसरी तरफ श्रीनगर में आतंकियों ने सीआरपीएफ और पुलिस की पेट्रोलिंग टीम पर हमला कर दिया जिसमें एक जवान बुरी तरह घायल हो गया। आतंकी सुरक्षाबलों के काफिले पर गोलीबारी कर फरार हो गए।
जहां जम्मू-कश्मीर के आतंरिक इलाकों में हिंसा और आतंकी हमले हुए वहीं सीमा पर पाकिस्तान ने ईद के दिन भी भारी गोलीबारी की जिसमें गोरखा राइफल्स के जवान विकास गुरंग शहीद हो गए। विकास गुरंग उत्तराखंड के रहने वाले थे और वो सीमा पर फॉरवर्ड पोस्ट पर तैनात थे।
और पढ़ें: अनशन में वजन बढ़ने पर कपिल मिश्रा का AAP पर तंज, भूख हड़ताल में भी घोटाला
Source : News Nation Bureau