मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने गति के न्यूटन के नियमों को लेकर कहा है कि गति के नियमों (लॉज ऑफ मोशन) के न्यूटन द्वारा खोजे जाने से पहले भारतीय 'मंत्रों' में इनके बारे में बता दिया गया था।
उन्होंने कहा, 'ऐसे मंत्र हैं जिनमें गति के नियमों को न्यूटन द्वारा खोजे जाने से पहले ही समझाया गया था। इसलिए पारंपरिक ज्ञान को भी हमारे पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए।'
सत्यपाल सिंह ने यह भी कहा कि स्कूल-कॉलेजों की इमारतों का वास्तु भी सीखने के लिए जरूरी हैं। CABE सबसे बड़ा सलाहकार बोर्ड है जो शिक्षा नीति बनाने के लिए सलाह देता है।
इससे पहले सत्यपाल सिंह ने डार्विन के सिद्धातों को भी खारिज किया था। उन्होंने कहा था कि बंदर से इंसान बनने की डार्विन की थ्योरी गलत है और इसे नहीं पढ़ाया जाना चाहिए।
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अपने बयान में उन्होंने कहा था, 'हमारे किसी भी पूर्वज ने लिखित या मौखिक रूप में यह नहीं कहा है कि उन्होंने बंदर को मानव बनते देखा है। इंसान दुनिया में शुरुआत से ही इंसान के रूप में ही आए थे।'
हालांकि बाद में सत्यपाल सिंह ने कहा है कि चार्ल्स डार्विन के सिद्धांत स्कूल और कॉलेज के किताबों से नहीं हटाए जाएंगे। इस बात की जानकारी उन्होंने राज्यसभा में एक लिखित प्रश्न के जवाब में दिया था।
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Source : News Nation Bureau