पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ड वाड्रा के विरुद्ध रियल एस्टेट डील को लेकर चल रही जांच में नया मोड़ आया है. हरियाणा एसआईटी को अब बैंक ने सूचना दी है कि वाड्रा की कंपनी से जुड़े कई अहम दस्तावेज नष्ट हो गए हैं. इसका कारण बताया जा रहा है कि बेसमेंट में आए बाढ़ के पानी की वजह से यह दस्तावेज नष्ट हो गए. इस मामले में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम भी शामिल है. एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि बैंक को पत्र लिखकर कुछ जानकारियां मांगी थीं. इसके बाद यह जवाब सामने आया है. पत्र में स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी और स्काईलाइट रियलिटी के खातों में आए फंड जानकारी मांगी गई थी.
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इसके जवाब में यूनियन बैक ने एसआईटी को यह जवाब दिया है. उसने बताया कि वाड्रा से जुडी कंपनियों के दस्तावेत वर्ष 2009 और 2012 में बाढ़ के पानी में तबाह हो गए. बताया जा रहा है कि इन दोनों ही कंपनियों में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा निदेशक पद पर हैं.
जांच दल ने बैंक को नोटिस जारी कर पूछा है कि अन्य कंपनियों के दस्तावेजों भी तबाह हुए हैं की नहीं. इसके साथ दिल्ली में न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी ब्रांच को भी इन दोनों कंपनियों के दस्तावेजों के बर्बाद होने को लेकर नोटिस दिया गया है. गौरतलब है कि 2008 में भाजपा सरकार ने हरियाणा में एक जमीन खरीद के मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कराई थी.