छत्तीसगढ़ में सुकमा जिले के चिंतलनार और जगरगुंडा थाना क्षेत्र से पुलिस ने दो दिन में कुल 11 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। सभी को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने यह जानकारी शनिवार को दी। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने बताया कि शुक्रवार को चिंतलनार से 8 और गुरुवार को जगरगुंडा से 3 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि शुक्रवार को जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन की संयुक्त कार्रवाई में चिंतलनार थाना क्षेत्र के कोत्तापल्ली पटेलपारा निवासी 8 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें मड़कम सुक्का, पोड़ियाम भीमा, माडवी नगा, माडवी जोगा, हेमला बुधु, नुप्पो हिडमा, मुचाकी लक्ष्मण और हेमला धन्नू शामिल हैं।
एसपी ने बताया कि इन सभी नक्सलियों ने पिछले साल 22 दिसंबर को मोरपल्ली के पास पगडंडी में आईईडी विस्फोट किया था। आईईडी विस्फोट में एक जवान घायल हो गया था। सभी नक्सली माओवादी संगठनों के सदस्य के रूप में सक्रिय थे। इनमें से मड़कम सुक्का पहले माओवादियों की बटालियन का सदस्य था।
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मीणा ने कहा कि गुरुवार को जगरगुंडा से भी तीन नक्सली गिरफ्तार किए गए। नक्सलियों में बैनपल्ली निवासी माड़वी कोसा, कवासी कोसा और मुचाकी सन्नू शामिल हैं। सभी पिछले साल 20 मई को बैनपल्ली के पास पुलिस पार्टी पर गोलीबारी की घटना में शामिल थे। इनके खिलाफ न्यायालय से स्थायी वारंट जारी हुआ था। तीनों नक्सली माओवादी संगठन में दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संघ के सदस्य के रूप में सक्रिय थे।
सुकमा के नक्सल प्रभावित क्षेत्र दोरनापाल में शुक्रवार देर रात नक्सलियों ने पेंटागांव के पास वाहन में आग लगा दी। एनएच.30 पर नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया।
एसपी मीणा ने कहा कि मौके पर नक्सलियों ने पोस्टर फेंककर गढ़चिरौली मुठभेड़ का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि गढ़चिरौली मुठभेड़ में 30 से ज्यादा नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। नक्सली इस मुठभेड़ में मारे गए अपने साथियों को लेकर बौखला गए हैं।
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Source : News Nation Bureau