मराठा आरक्षण की मांग को लेकर बुधवार को आंदोलन हिंसक होने के बाद मराठा क्रांति मोर्चा ने मुंबई बंद वापस ले लिया। विरोध प्रदर्शन के दौरान बसों में भारी तोड़फोड़ और आगजनी की गई।
राज्य के शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर मराठा क्रांति मोर्चा ने बुधवार को मुंबई बंद किया था।
मोर्चा नेता वीरेन्द्र पवार ने कहा, 'हम बस यही साबित करना चाहते थे कि हम साथ हैं और हमने इसे साबित किया। हम कभी नहीं चाहते कि प्रदर्शन हिंसक हो इसलिए हमने आज के लिए मुंबई बंद को वापस लिया।'
पवार ने कहा, 'हमें संदेह हुआ कि कुछ लोग राजनीतिक उद्देश्य के कारण हिंसक हुए नहीं तो यह काफी शांतिपूर्ण होता। लेकिन मुंबई के बाहर कई जगहों पर हिंसा की खबरों के बाद हमने बंद को वापस ले लिया।'
मोर्चा के अन्य नेता ने कहा 9 अगस्त को दोबारा बंद बुलाया जा सकता है। लेकिन इस पर अंतिम फैसला सभी मराठा मोर्चों के वरिष्ठ सदस्यों से मशविरें के बाद लिया जाएगा।
बंद के दौरान कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए और बसों में आग लगा दी गई। नवी मुंबई और सतारा में मराठा समुदाय के लोगों ने पुलिस कर्मियों पर पत्थरबाजी की जिसमें तीन कर्मी घायल हो गए।
कई जगहों पर बस सेवा बाधित रही। वहीं प्रदर्शनकारियों ने ठाणे में लोकल ट्रेन की आवाजाही को रोक दी।
अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस ने हिंसा का जवाब देते हुए प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस और प्लास्टिक बुलेट भी चलाए।
कलामबोली में प्रदर्शनकारियों ने इकट्ठा होकर मुंबई-गोवा और मुंबई-पुणे हाइवे को बंद कर दिया जिसके बाद वहां ट्रैफिक जाम हुआ। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की दो गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया।
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Source : News Nation Bureau