मराठा आरक्षण पर चर्चा के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। विधानसभा में दोनों सदनों के पार्टी नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
शुक्रवार देर रात को शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े के आवास पर मुख्यमंत्री फडणवीस और मराठा नेताओं के बीच करीब साढ़े तीन घंटे तक बैठक हुई थी। देर रात चली इस बैठक के बाद आरक्षण को समर्थन देने का फैसला किया गया।
रात 11 बजे शुरू हुई बैठक में बीजेपी मंत्री चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन , सुभाष देशमुख और अन्य शामिल हुए थे।
विधायकों दिया इस्तीफा
मराठा आरक्षण के मुद्दे पर 6 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इनमें भरत भाल्के (कांग्रेस) ,सीमा हीरे (बीजेपी) राहुल अहेर (बीजेपी) और दत्तात्रेय भारणे (राकांपा) ने विधायक पद से इस्तीफ़ा दे चुके है। इससे पहले गुरुवार को हर्षवर्धन जाधव (शिवसेना) और भाऊसाहब पाटिल चिकटगांवकर (राकांपा) ने इस्तीफा दिया था।
आंदोलन के दौरान तोड़-फोड़
मराठा संगठनों द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर बुलाए गए महाराष्ट्र बंद के दौरन कई हिंसक घटनाएं सामने आईं। मराठा आरक्षण आंदोलन के पहले चरण ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया था।
कई बसों को फूंक दिया गया और ठाणे में लोकल ट्रेन को प्रदर्शनकारियों ने रोक दिया था। बुधवार को मराठा क्रांति द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान लातूर में दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी।
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मराठा सरकारी नौकरियों और शिक्षा में उचित आरक्षण की मांग कर रहे हैं और इसके लिए बीते दो सालों से शांतिपूर्ण आंदोलन होते रहे हैं, लेकिन सोमवार को 28 वर्षीय काकासाहेब दत्तात्रेय शिंदे ने आरक्षण की मांग को लेकर गोदावरी नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। शिंदे की मौत के बाद राज्य में कई जगहों पर आंदोलन उग्र हो गया था।
दो प्रदर्शनकारियों की मौत
कई जगह जुलूस निकाले गए और आगजनी की घटनाएं हुईं। कई मराठा समूहों ने नौ अगस्त को अगस्त क्रांति दिवस के रूप में मनाने के लिए महाराष्ट्र बंद की घोषणा की है। इस आंदोलन के में दो प्रदर्शनकारियों ने ख़ुदकुशी कर ली वहीं ख़ुदकुशी की कोशिश कर रहे एक अन्य शख्स को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
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Source : News Nation Bureau