अयोध्या में राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) निर्माण का रास्ता साफ होने के बाद अब मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर (Shri Krishna Janmsthan) का मसला सिर उठाने लगा है. वहां स्थित शाही ईदगाह मस्जिद को हटाकर संबंधित जमीन उसके मालिक श्रीकृष्ण जन्मस्थान ट्रस्ट को वापस सौंपे जाने के अनुरोध वाली याचिका को सुनवाई के लिए मंजूर करने के बाद तो इस कड़ी में अचानक ही तेजी आ गई है. इस घटनाक्रम पर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन के सर्वेसर्वा असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर निशाना साधा है.
जिस बात से डर था वही हो रहा है। बाबरी मस्जिद से जुड़े फैसलों की वजह से संघ परिवार के लोगों के इरादे और भी मज़बूत होगये हैं। याद रखिए, अगर आप और हम अभी भी गहरी नींद में रहेंगे तो कुछ साल बाद संघ इस पर भी एक हिंसक मुहीम शुरू करेगी और कांग्रेस भी इस मुहिम का एक अटूट हिस्सा बनेगी।
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 17, 2020
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'संघ के इरादे और मजबूत'
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया है, 'जिस बात का डर था वही हो रहा है. बाबरी मस्जिद से जुड़े फैसलों की वजह से संघ परिवार के लोगों के इरादे और भी मज़बूत हो गए हैं. याद रखिए, अगर आप और हम अभी भी गहरी नींद में रहेंगे तो कुछ साल बाद संघ इस पर भी एक हिंसक मुहिम शुरू करेगी और कांग्रेस भी इस मुहिम का एक अटूट हिस्सा बनेगी.' उन्होंने लोगों से संघ परिवार से सतर्क रहने को कहा है. ओवैसी पहले भी मोदी सरकार के कई मसलों पर तीखी प्रतिक्रिया देते आए हैं. इस बार भी उन्होंने बिहार में चुनाव से पहले घ्रुवीकरण करता बयान दिया है.
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'गड़े मुर्दे उखाड़े जा रहे'
ओवैसी ने कहा, 'पूजा का स्थान अधिनियम 1991, पूजा के स्थान को बदलने से मना करता है. गृह मंत्रालय को इस अधिनियम का प्रशासनिक अधिकार सौंपा गया है, इसकी प्रतिक्रिया कोर्ट में क्या होगी? शाही ईदगाह ट्रस्ट और श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ ने अक्टूबर 1968 में इस विवाद को हल किया. अब इसे पुनर्जीवित क्यों करें?' गौरतलब है कि लखनऊ की वकील रंजना अग्निहोत्री और छह अन्य लोगों ने सोमवार को जिला न्यायाधीश साधना ठाकुर की अदालत में यह याचिका सुप्रीम कोर्ट के वकील हरीशंकर जैन और विष्णु जैन के माध्यम से दाखिल की थी.